आने वाले दिनों में 28 मार्च को होली का पावन पर्व आने को हैं जो सच्ची भक्ति के कारण भक्त प्रहलाद की जान बचाने और होलिका के अग्नि में जल कर भस्म होने के लिए जाना जाता हैं। होली से पहले के दिनों में होलाष्टक काल आता हैं। 22 मार्च से होलाष्टक प्रारंभ हो चुके हैं जो होली तक जारी रहेंगे। इन दिनों को किसी भी मांगलिक कार्य के लिए अशुभ माना जाता हैं लेकिन इन दिनों में कुछ उपायों को कर मनोकामनाओं की पूर्ती जरूर की जा सकती हैं। तो आइये जानते हैं इन उपायों के बारे में।
घर में बनी रहेगी सुख-समृद्धि
घर की सुख-शांति व समृद्धि के लिए राम रक्षास्तोत्र, विष्णु सहस्त्रनाम या हनुमान चालीसा का पाठ करें। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा। साथ ही परेशानियां दूर होकर सुख-समृद्धि, शांति व खुशहाली का आगमन होगा।
संतान प्राप्ति के लिए
जो लोग निसंतान है वे इस दौरान श्रीकृष्ण के लड्डू गोपाल स्वरूप की पूजा करें। माखन-मिश्री का भोग लगाकर गोपाल सहस्त्रनाम या संतान गोपाल मंत्र का सच्चे मन से जाप करें।
संकटों से मिलेगा छुटकारा
आज के समय में हर दूसरा व्यक्ति परेशानियों से घिरा हुआ है। ऐसे में होलाष्टक के दौरान गरीबों व जरूरतमंदों को दान करें। साथ ही संकटमोचन हनुमान और नरसिंह भगवान की पूजा करें। इससे जीवन की समस्याएं व संकट दूर होकर मानसिक शांति मिलेगी।
कर्ज से मिलेगी मुक्ति
होलाष्टक के दिनों में श्रीसूक्त व मंगल ऋण मोचन स्तोत्र का पाठ करना चाहिए। इससे कर्ज से छुटकारा मिलने के साथ आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। साथ ही आय के अन्य स्त्रोत बनेंगे।
मनचाही नौकरी व कारोबार में तरक्की मिलेगी
अपने घर या कार्यक्षेत्र पर जौ, तिल, शक्कर से हवन करें। इसके साथ ही इसमें हल्दी की गांठ, पीली सरसों, गुड़ और कनेर के फूलों चढ़ाएं। इससे नौकरी व कारोबार से जुड़ी परेशानी दूर होगी।
अच्छी सेहत के लिए
घर में नकारात्मकता होने से सेहत को भी नुकसान होता है। ऐसे में इससे बचने के लिए महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें। घर पर गुगल का हवन या धुआं करें। इससे घर में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा सकारात्मक में बदल जाएगी।
सफलता पाने के लिए
कई बार बहुत मेहनत करने पर भी कार्यों में असफलता मिलती है। ऐसे में होलाष्टक के दौरान आदित्य हृदय स्तोत्र, सुंदरकांड या बगुलामुखी मंत्र का जाप करना शुभ रहेगा। इससे जीवन की परेशानियां दूर होकर तरक्की के रास्ते खुलेंगे।