वर्ष 2018 के मार्च माह में कई त्यौंहार एक साथ आ गए हैं। मार्च माह की शुरूआत में होली, रंग पंचमी, चैत्र नवरात्र, चेटीचंड, गुड़ी पड़वा, हिन्दू नव वर्ष मनाया जा चुका है और अब गणगौर, रामनवमी, महावीर जयन्ती, गुड फ्राइडे और हनुमान जयन्ती की बारी है। इसमें सबसे बड़ी बात हनुमान जयंती को लेकर है वो यह कि नौ साल बाद ऐसा मौका पड़ रहा है जब हनुमान जयंती मार्च माह में मनायी जाएगी। इस बार हनुमान जयन्ती 31 मार्च को है।
ऐसा संयोग 9 साल बाद बन रहा है कि हनुमान जयंती मार्च के महीने में पड़ेगी, वरना सामान्यत: यह अप्रैल माह में मनाई जाती है। गौरतलब है कि हनुमान जयंती चैत्र मास की पूर्णिमा को मनाई जाती है। इससे पहले 2008 में भी हनुमान जयंती 31 मार्च को पड़ी थी।
हनुमान जयंती के पावन अवसर पर हम अपने सुधि पाठकों को हनुमान जी को प्रसन्न करने की विधि बताने जा रहे हैं, जिससे उनके सभी कष्टों का निवारण हो सकता है।
हनुमान जी की पूजन विधि1. छोटी चौकी पर लाल वस्त्र बिछाकर तांबे की प्लेट पर लाल पुष्पों का आसन देकर हनुमान जी की मूर्ति स्थापित करें।
2. इसके बाद मूर्ति पर सिंदूर से टीका कर लाल पुष्प अर्पित करें।
3. मूर्ति पर सिंदूर लगाने के बाद धूप, दीप, अक्षत, पुष्प एवं नैवेद्य आदि से पूजन करें।
4. सरसों या तिल के तेल का दीप एवं धूप जलाएं।
5. पूर्व या उत्तर की ओर मुख करके लाल आसन पर बैठें। लाल धोती और ऊपर वस्त्र चादर, दुपट्टा आदि डाल लें।
6. पूरी तरह से तैयारी करने के बाद द्वादश नामों का 151 बार पाठ करें। साथ ही हनुमान चालीसा का पाठ करें।
यह आवश्यक नहीं है कि सुधि पाठक हमारे द्वारा सुझाई गई पूजा विधि के अनुसार पूजा करें। यह मात्र संकेतात्मक है। अपने पुजारी से हनुमान जी की पूजा विधि पूछकर पूजा कर सकते हैं।