इंसान के शरीर के हर अंग का अपना महत्व होता हैं जिसे इंसान अपने हिसाब से काम में लेना पसंद करता हैं। आज हम बात कर रहे हैं आपकी ठोड़ी की जिसे अक्सर आप सबसे ज्यादा कोई बात सोचते समय काम में लेते हैं। चेहरे को सही आकार देते हुए सुन्दर बनाने में ठोड़ी का बड़ा योगदान है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सामुद्रिक शास्त्र में इस ठोड़ी से सम्बंधित भी कई बातें बताई गई हैं जो व्यक्ति का स्वभाव बताती हैं। आज हम आपको ठोड़ी से जुडी ही बातें बताने जा रहे हैं जो आपको बताएगी कि किस तरह से जाने किसी का स्वभाव।
* सामान्य ठोड़ी : ये ठोड़ी शुभ फलदायक होती है। इस प्रकार की ठोड़ी होंठों के ठीक नीचे समानांतर रूप से होती है। ऐसे ठोड़ी वाले लोग हमेशा सच बोलने वाले और अपने नियमों का पालन करने वाले होते हैं। ये लोग गंभीर और कम बोलने वाले होते हैं। ये कम जरूर बोलते हैं, लेकिन जब भी बोलते हैं काम की बात ही बोलते हैं। इनकी बात को सिरे से नकारा नहीं जा सकता। ये जो भी काम करते हैं, नि:स्वार्थ भाव से करते हैं। इसलिए ये परिवार और समाज में बहुत लोकप्रिय होते हैं। ये जहां भी जाते हैं, लोग इनका मान-सम्मान करते हैं। आर्थिक रूप से भी ये काफी संपन्न होते हैं।
* लंबी ठोड़ी : जिन लोगों की ठोड़ी सामान्य से थोड़ी लंबी होती है, ऐसे लोगों में अनेक गुण होते हैं। ऐसे ठोड़ी वाले लोगों का मन स्थिर रहता है। ये एक ही लक्ष्य बनाकर लगातार उसे पाने के लिए संघर्ष करते हैं। जब तक ये अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच जाते, चैन से नहीं बैठते। इनका निश्चय बहुत पक्का होता है। मगर कई बार ये लोग बहुत जिद्दी और क्रोधी भी हो जाते हैं। इसी कारण ये समाज में वो मुकाम नहीं हासिल कर पाते, जिसके ये हकदार होते हैं।
* गोल ठोड़ी : जिन लोगों की ठोड़ी गोलाकार होती है, ऐसे लोग छोटी-छोटी बातों पर भड़क जाते हैं। ये हर काम बहुत जल्दबाजी में करते हैं, इसलिए कभी-कभी इनके काम बिगड़ भी जाते हैं। ये लोग स्वयं को क्रोधी दिखाने का प्रयास तो करते हैं, लेकिन ये अंदर से बहुत डरपोक होते हैं। ये उत्तेजित और असभ्य भी होते हैं। इतने अवगुणों के बावजूद भी इनमें कई गुण भी होते हैं। ये अपने काम के प्रति ईमानदार होते हैं और साफ, स्पष्ट बोलने में विश्वास रखते हैं।
* अण्डाकार ठोड़ी : इस प्रकार की ठोड़ी शुभ होती है। इस प्रकार की ठोड़ी वाले लोग भावुक, नटखट, कलाप्रेमी, व्यवहारिक और ऊंचे विचारों वाले होते हैं। ऐसे लोग कला के क्षेत्र में नाम कमाते हैं। इनका जीवन एक खुली किताब की तरह होता है। इन्हें इनके जीवन में कई सफलताएं देखने को मिलती हैं, लेकिन ये प्रयास करते रहते हैं और सफलता को प्राप्त कर ही दम लेते हैं।
* छोटी ठोड़ी : ऐसी ठोड़ी सामान्य से थोड़ी छोटी होती है। ऐसी ठोड़ी वाले लोग आलसी, असंतोषी, विवेकहीन और काम से भागने वाले होते हैं। इनके मन में कोई महत्वाकांक्षा नहीं रहती। इसलिए ये कामचोर प्रवृत्ति के होते हैं।
* चौड़ी ठोड़ी : ऐसी ठोड़ी सामान्य से थोड़ी चौड़ी होती है। ऐसी ठोड़ी वाले लोग एकांतप्रिय होते हैं। ये अपनी दिल की बात किसी को नहीं बताते। ये लोग बहुत भावुक होते हैं। जो भी काम करते हैं दिल से करते हैं। इनमें बनावटीपन बिल्कुल भी नहीं होता। इतने गुणों के बाद भी इनमें कुछ अवगुण होते हैं, जो इन्हें थोड़ा निम्नस्तरीय बनाते हैं। इनमें काम भावना बहुत अधिक होती है। ये हर समय काम भावना से ही घिरे रहते हैं। कभी-कभी इनका मन बहुत चंचल भी हो जाता है। ये लोग दिन में सपने देखने वाले होते हैं यानी ये वही सोचते रहते हैं, जो इन्हें अच्छा लगता है। कभी-कभी ये वास्तविकता से बिल्कुल अलग सोच लेते हैं, जिसके कारण इन्हें हंसी का पात्र बनना पड़ता है।