आपने रत्नों के बारे में तो सुना ही होगा जिसे लोग अपनी उँगलियों में धारण करते है। ज्योतिष में रत्नों का बड़ा महत्व माना जाता है क्योंकि हर रत्न का अपना विशेष कार्य होता हैं। जी हाँ, रत्नों को अगर अपने अनुकूल धारण किया जाए तो ये असरकारी और शुभकारी साबित होते हैं। हर रत्न का एक विशेष ग्रह से संबंध होता हैं। आज हम आपको रत्नों से जुड़ी जानकारी देने जा रहे है कि यह किस ग्रह के लिए शुभ होता है और इसे कब धारण करना श्रेष्ठ होता हैं।तो आइये जानते है इसके बारे में।
* सूर्य – माणिक (Sun – Ruby)
जिनकी कुंडली में सूर्य की महादशा चल रही हो, उन्हें माणिक धारण करना चाहिए। इसे धारण करने के लिए रविवार सर्वश्रेष्ठ है। रविवार को सूर्योदय के समय माणिक अनामिका उंगली यानी रिंग फिंगर में धारण करना चाहिए।
* चंद्रमा – मोती (Moon – White Pearl)
मोती उन लोगों को धारण करना चाहिए, जिन लोगों की कुंडली में चंद्र की महादशा चल रही हो। किसी भी सोमवार को शाम 5 बजे से 7 बजे के बीच अनामिका या कनिष्ठा (सबसे छोटी उंगली) में मोती धारण करना चाहिए।
* मंगल – मूंगा (Mars – Coral)
मंगल की महादशा में मूंगा धारण करना सबसे अच्छा उपाय है। मंगलवार के दिन शाम 5 बजे से 7 बजे के बीच मूंगा अनामिका यानी फिंगर में धारण करने पर श्रेष्ठ फल प्राप्त होते हैं।
* बुध – पन्ना (Mercury – Emerald)
जिन लोगों की कुंडली में बुध की महादशा चल रही हो, उन्हें पन्ना धारण करना चाहिए। पन्ना धारण करने के लिए बुधवार श्रेष्ठ दिन है। दिन के समय 12 बजे से 2 बजे तक सबसे छोटी उंगली में पन्ना धारण कर सकते हैं।
* गुरु – पुखराज (Jupiter – Yellow Sapphire)
पुखराज उन लोगों को धारण करना चाहिए, जिन लोगों की कुंडली में गुरु की महादशा चल रही हो। इसके लिए गुरुवार श्रेष्ठ दिन है। गुरुवार को सुबह 10 बजे से 12 बजे के बीच तर्जनी उंगली यानी इंडेक्स फिंगर में धारण करना चाहिए।
* शुक्र – हीरा (Venus – Diamond)जिन लोगों को शुक्र की महादशा चल रही है, उन्हें हीरा धारण करना चाहिए। इसके लिए शुक्रवार सबसे अच्छा है। शुक्रवार को सुबह 10 बजे से 12 बजे के बीच हीरा मध्यमा उंगली यानी मिडिल फिंगर में पहनना चाहिए।
* राहु – गोमेद (Rahu – Hessonite)
जिन लोगों की कुंडली में राहु की महादशा चल रही है, उन्हें गोमेद धारण करना चाहिए। इसके लिए शनिवार श्रेष्ठ दिन है। शनिवार को सूर्यास्त के बाद मिडिल फिंगर यानी मध्यमा उंगली में गोमेद धारण करना चाहिए।
* केतु – लहसुनिया (Ketu – Cat’s eye)
जिन लोगों की कुंडली में केतु की महादशा चल रही है, उन्हें लहसुनिया धारण करना चाहिए। इसके लिए भी शनिवार श्रेष्ठ दिन है। शनिवार को सूर्यास्त के बाद मिडिल फिंगर यानी मध्यमा उंगली में लहसुनिया धारण करना चाहिए।
* शनि – नीलम (Saturn – Blue Sapphire)
यदि किसी व्यक्ति को शनि की महादशा चल रही है, उन्हें नीलम धारण करना चाहिए। नीलम धारण करने के लिए शनिवार सबसे अच्छा दिन है। शाम 5 बजे से 7 बजे तक मिडिल फिंगर यानी मध्यमा उंगली में नीलम धारण किया जा सकता है।