गणेश चतुर्थी स्पेशल : गणपति की हर मूर्ति का अपना विशेष महत्व, मनोकामना अनुसार करें स्थापना

आने वाली 22 अगस्त को भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी हैं जिसे पूरे देशभर में गणेश चतुर्थी उत्सव के रूप में मनाया जाता हैं। इस दिन भक्तगण गणेश जी की भक्ति करते हुए उनकी प्रतिमा की घर में स्थापना करते हैं। गणेश का हर रूप मनमोहक हैं लेकिन सभी रूप का अपना विशेष महत्व होता हैं। ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि अपनी मनोकामना की पूर्ती के लिए गणपति जी के कौनसे रूप की मूर्ती घर में स्थापित की जाए। तो आइये जानते हैं इसके बारे में।

घर में होती है बरकत

घर के लिए बैठे हुए गणेशजी ही सबसे शुभ फलदायी माने गए हैं। अगर आप बैठे हुए भगवान गणेशी की मूर्ति लाकर पूजा करते हैं तो आपकी घर ना सिर्फ बरकत होती है बल्कि स्थाई धन में भी लाभ होता है। हालांकि खड़े होकर आशीर्वाद देते हैं गणेशजी की प्रतिमा अच्छी मानी गई है। यह सफलता और तरक्की की सूचक मानी जाती है।

ऐसी हो गणेशजी की सूंड

गणेशजी की मूर्ति घर लाएं तो सबसे पहले ध्यान रखें कि गणेशजी की सूंड बाएं यानी लेफ्ट साइड होनी चाहिए। ऐसी मूर्ति को ही वक्रतुंड माना जाता है। दाएं यानी राइट साइड की ओर मूडी हुई मूर्ति की पूजा से मनोकामना सिद्ध में देरी लगती है।

मूर्ति में होनी चाहिए ये चीज

गणेशजी की मूर्ति में उनका वाहन चूहा जरूर होने चाहिए। इसके साथ ही गणेशजी के हाथों में एक दंत, अंकुश भी होना चाहिए। गणेशजी के एक हाथ आशीर्वाद की मुद्रा में होना चाहिए और एक हाथ में मोदक होना चाहिए क्योंकि शास्त्रों में देवी-देवताओं का आवाहन इसी रूप में किया जाता है।

ऐसी मूर्ति लाने से सभी कष्ट होते हैं दूर

अगर आप घर पर आराम करते हुए गणेशजी की मूर्ति घर लाते हैं तो इससे घर में सुख और आनंद बढ़ता है। इनकी पूजा करने से जीवन के सभी कष्ट दूर होते हैं और आपको मानसिक शांति प्राप्त होती है। वहीं सिंदूरी रंग वाले गणेशजी समृद्घि दायक माने गए हैं। सिंदूरी वाले गणेशजी की पूजा ग्रहस्थ और व्यवसायियों को करनी चाहिए।

ऐसी मूर्ति लाने से संतान की होती है प्राप्ति

संतान प्राप्ति के लिए घर में बाल गणेश की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करना शुभ माना गया है। इनकी हर रोज पूजा करने से सभी विघ्न दूर होते हैं और संतान की प्राप्ति होती है। वहीं नृत्य करते हुए गणेशजी की मूर्ति लाने से घर में लाने से आनंद और उत्साह के साथ उन्नति भी होती है। ऐसे गणेशीजी की छात्रों को हर रोज पूजा करना उत्तम माना गया है।

ऐसी मूर्ति भूलकर भी ना लाएं

गणेशजी की मिट्टी की बनी हुई प्रतिमा शुभ फलदायी मानी गई है लेकिन अगर बाजार यह उपल्बध ना हो तो केमिकल वाली मूर्ति को ना लाकर धातु से बनी मूर्ति को घर लेकर आना चाहिए। धातु से बनी हुई मूर्ति भी फलदायी होती है।