मनुष्य के जीवन की सभी मनोकामनाओं की पूर्ती के लिए देवी-देवताओं की कृपा होना बहुत जरूरी होता हैं। अगर देवी-देवता प्रसन्न होते हैं तो व्यक्ति की तरक्की होते हुए उसकी मानसिकता के अलावा उसे ओर कोई नहीं रोक सकता। इसलिए जरूरी होता हैं कि देवी-देवताओं को प्रसन्न किया जाए। इसके कई तरीके हैं जिनमें से एक हैं उनके पसंदीदा फूल उनको अर्पित करके प्रसन्न किया जाए। जी हाँ, ज्योतिष के अनुसार कुछ खास फूलों को देवों के समक्ष रखा जाए तो मनोकामनाएं जल्द पूरी होती हैं। इसलिए आज हम आपकी बताने जा रहे हैं कुछ देवी-देवताओं और उनके पसंदीदा फूलों के बारे में।
* सूर्य लाल फूल। सूर्य प्रत्यक्ष देवता हैं। पूजा में सूर्य को लाल रंग के फूल चढ़ाने का विधान हैं। सूर्य को लालिमा प्रिय है। वे तेज के पुंज हैं। लाल रंग तेज का प्रतीक है। इसलिए सूर्य पूजा में लाल कनेर, लाल कमल, केसर या पलाश के फूल चढ़ाने का विधान है।
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गणेश लाल फूल। गणेश प्रथम पूज्य हैं। वे मंगलमूर्ति हैं, मंगल के प्रतीक, मंगल करने वाले। गणेश को लाल रंग के फूल प्रिय हैं। लाल रंग मंगल का प्रतीक है। गणेश पूजा में तुलसी दल का निषेध है लेकिन दुर्वा चढ़ाई जाती है। गणेश विराट व्यक्तित्व वाले हैं लेकिन जिस तरह चूहा उनका वाहन है वैसे ही दुर्वा उन्हें प्रिय है। यह इस बात का प्रतीक है कि जितना बड़ा व्यक्तित्व होगा वह बहुत छोटे के प्रति भी अपनत्व का भाव रखेगा। विराट व्यक्तित्व वाले गणेश को घास के तिनकों के रूप में दुर्वा इसी भाव में प्रिय है।
* शिव
सफेद फूल। शिव को कनेर, और कमल के अलावा लाल रंग के फूल प्रिय नहीं हैं। सफेद रंग के फूलों से शिव जल्दी प्रसन्न होते हैं। कारण शिव कल्याण के देवता हैं। सफेद शुभ्रता का प्रतीक रंग है। जो शुभ्र है, सौम्य है, शाश्वत है वह श्वेत भाव वाला है। यानि सात्विक भाव वाला। पूजा में शिव को आक और धतूरा के फूल अत्यधिक प्रिय हैं। इसका कारण शिव वनस्पतियों के देवता हैं। अन्य देवताओं के लिए जो फूल त्याज्य हैं, वे शिव को प्रिय हैं। उन्हें मौलसिरी चढ़ाने का उल्लेख मिलता है। शिव को केतकी और केवड़े के फूल चढ़ाने का निषेध किया गया है।
* विष्णु पीले फूल। विष्णु पीतांबरधारी हैं। पीला रंग उन्हें प्रिय है। सामान्यतया विष्णु पूजा में सभी रंगों के फूल अर्पित किए जाते हैं लेकिन पीतांबरप्रिय होने के कारण पीले रंग का फूल अर्पित करने से वे शीघ्र प्रसन्न होते हैं। कमल का फूल विष्णु को बहुत प्रिय है।
* देवी लाल और सफेद फूल। लक्ष्मी को लाल और पीले, दुर्गा को लाल और सरस्वती को सफेद रंग के फूल अर्पित करने की परंपरा है। लक्ष्मी सौभाग्य की प्रतीक है अत: लाल रंग प्रिय है। विष्णु की पत्नी होने से वे पीले रंग के फूल से भी प्रसन्न होती हैं। दुर्गा शक्ति की प्रतीक है। लाल रंग शौर्य का रंग है। अत: वे लाल रंग के फूल से प्रसन्न होती हैं। सरस्वती ज्ञान और संगीत की देवी है। शुभ्रता की प्रतीक। उन्हें सफेद रंग के कमल पुष्प अर्पित किए जाते हैं।