हिन्दू समाज में देवी-देवताओं की पूजा अर्चना करने का बड़ा महत्व हैं। शायद ही ऐसा कोई हिन्दू घर होगा जिसमें कोई मंदिर या किसी देवी-देवता की मूर्ती नहीं हो। क्योंकि देवी-देवताओं की मूर्ती से लोगों की आस्था जुडी होती है और अपनी मनोकामना की पूर्ती के लिए लोग घरों में देवी-देवताओं की मूर्ती रखते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि देवी-देवताओं की इन मूर्ती से जुड़े कई वास्तु होते हैं, जिन्हें अगर ध्यान ना रखा जाए तो ये परेशानी का कारण बनते हैं। इसलिए आज हम आपको बताने जा रहे हैं देवी-देवताओं की मूर्ती से जुडी कुछ ख़ास बातें जो घर की सुख-समृद्धि और धन आदि पर बहुत असर डालती है।
* मंदिर में विशेष रूप से ध्यान रखें किसी भी भगवान की मूर्ति या तस्वीर को सीधे जमीन पर न रखें। ऐसा करना अशुभ माना जाता है। मूर्तियों को कपड़े या थाली आदि में स्थापित करें।
* घर के मंदिर में भगवान कृष्ण की बालरूपी बैठी हुई मूर्ति रखना सबसे अच्छा माना जाता है। इसके अलावा अगर श्रीकृष्ण और देवी राधा की जुगल-जोड़ी हो तो ऐसी मूर्ति खड़ी मूद्रा की भी रखी जा सकती है।
* घर में देवी लक्ष्मी, सरस्वती, गणेश और कुबेर की मूर्ति कभी खड़ी नहीं होनी चाहिए। इनका बैठा होना शुभ और लाभदायक होता है। भगवान कुबेर और देवी लक्ष्मी की मूर्ति को मंदिर की उत्तर दिशा में स्थापित करना शुभ होता है।
* अगर घर में भगवान श्रीराम की मूर्ति रखना चाहते है तो ध्यान रखें श्रीराम के साथ माता जानकी और भगवान हनुमान की भी स्थापना करें। इससे घर में प्रेम बना रहता है।
* घर में भगवान गणेश की केसरिया या पीले रंग के वस्त्र बनती मूर्ति रखना बहुत शुभ माना जाता है। इसके अलावा नृत्य करती गणेश प्रतिमा भी घर में शुभ अवसर लाती है।
* घर के मंदिर में भगवान सूर्य की मूर्ति या तस्वीर की जगह अगर तांबे की सूर्य आकृति रखी जाए तो यह ज्यादा फलदायक माना जाता है।
* यदि घर में भगवान विष्णु की मूर्ति या तस्वीर रखी हो तो ध्यान रखें कि उनके साथ देवी लक्ष्मी की स्थापना भी जरूर की जाए। भगवान विष्णु वहीं निवास करते हैं , यहां देवी लक्ष्मी उनके साथ हो।
* अगर घर में भगवान शिव की स्थापना करना चाहते हैं तो शिवलिंग की जगह शिव मूर्ति या तस्वीर रखें। घर में शिव मूर्ति रखना अच्छा माना जाता है।
* घर में यदि भगवान हनुमान की मूर्ति हो तो ध्यान रखें कि उस मूर्ति में भगवान हनुमान पर्वत उठाते या अपनी शक्ति का प्रदर्शन करते दिखाई दें।
* काली की विकराल छवि वाली मूर्ति जिनमें देवी काली का बायां पैर भगवान शिव के ऊपर रहता है ऐसी मूर्ति भी घर में होना अच्छा नहीं माना जाता है। ऐसी मूर्ति को श्मशान काली माना जाता है जो विध्वंश का प्रतीक हैं।