Navratri 2022 : मातारानी को नाराज कर सकती हैं पूजा के दौरान ये गलतियां, रखें ध्यान

मां दुर्गा को समर्पित नवरात्रि का पावन पर्व जारी हैं। इन नौ दिनों में दुर्गा मां के नौ अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है। इन दिनों में मां को प्रसन्न करने के लिए भक्तजन व्रत व पूजा अनुष्ठान करते है। मां के नौ स्वरूपों की पूजा अर्चना करने से घर में सुख शांति बनी रहती है और मां भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करती हैं। लेकिन शास्त्रों में पूजन से जुड़े कुछ नियम बताए गए हैं जिनका ध्यान रखना भी जरूरी हैं अन्यथा पूजन का लाभ नहीं मिल पाता हैं। मान्यता के अनुसार कुछ चीजें ऐसी हैं जिन्हें मां दुर्गा को अर्पित करने से वे अशुभ फल भी दे सकती हैं। हम इस कड़ी में उन्हीं चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं। ये चीजें मां को नहीं चढ़ाएं, नहीं तो इसका नुकसान भी झेलना पड़ सकता है।

टूटा हुआ नारियल

नारियल को श्रीफल कहा जाता हैं जिसका इस्तेमाल पूजन के दौरान किया जाता हैं। पूजन के दौरान टूटे हुए नारियल का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। यह बेहद अशुभ होता हैं और मातारानी को नाराज कर सकता हैं।

ना करें बासी फूलों का इस्तेमाल


मां के हर स्वरूप को अलग अलग पुष्प अर्पित किया जाता है। ताकि मां दुर्गा की कृपा पाई जा सके। माता रानी को हमेशा ताजे, खुशबूदार और लाल रंग के फूल अर्पित करने चाहिए। बासी और खरबा फूल मां को भूलकर भी न अर्पित करें। ऐसा करने से मां रुष्ट हो जाती है और घर में परेशानियां घेर लेती हैं।

इन फूलों से बना लें दूरी


देवी दुर्गा को कुछ फूल जैसे दूब, मदार, हरसिंगार, बेल और तगर चढ़ाने से बचें। इसके अलावा देवी को चंपा और कमल के अलावा किसी भी फूल की कली नहीं चढ़ानी चाहिए।

टूटा हुआ चावल

हिंदू धर्म में अक्षत यानि चावल को भी विशेष स्थान प्राप्त है। कहते हैं कि कोई भी पूजा अनुष्ठान अक्षत के बिना अधूरा है। चावल को देवी-देवताओं को अर्पित करना शुभ माना जाता है लेकिन कभी भी मां दुर्गा को टूटा हुआ चावल अर्पित ना करें। इससे मां नाराज हो सकती है।

टूटा हुआ लौंग


पूजा के दुरानी शामिल की जाने वाली चीजों में से एक हैं लौंग। टूटा हुआ लौंग पूजा के दौरान शामिल नहीं किया जाता हैं। इसे खंडित माना जाता हैं और इससे पूजा का फल नहीं मिलता हैं।

भोग में ना करें प्याज-लहसुन का इस्तेमाल


मां दुर्गा को भोग लगाते समय हमेशा सात्विक भोजन का ही भोग लगाएं। या फिर मां की प्रिय चीजें ही उन्हें अर्पित करें। भोजन में गलती से भी प्याज और लहसुन आदि का प्रयोग न करें। मां को घर की बनी दूध की मिठाई का भोग लगाएं।