5 जून को रात के 11 बजकर 16 मिनट से साला का दूसरा चंद्रग्रहण शुरू होने जा रहा हैं जो कि 6 जून की रात को 2 बजकर 34 मिनट तक रहेगा। अर्थात चंद्र ग्रहण की अवधि कुल 3 घंटे 18 मिनट की होगी। यह चंद्रग्रहण उपच्छाया है जिसके कहते सूतक का कोई महत्व नहीं रहता है। हांलाकि ज्योतिष में चंद्रग्रहण पर दान का विशेष महत्व माना जाता है। ग्रहण पर दान करने से मान - सम्मान में वृद्धि होने के साथ ही सुख शांति का वातावरण उत्पन्न होता हैं। तो आइये जानते हैं किन वस्तुओं का दान अहम माना जाता है।
दूध
चंद्रग्रहण के पश्चात दूध का दान करने से माता लक्ष्मी और भगवान नारायण का आशीर्वाद प्राप्त होता है। शास्त्रों के अनुसार दूध का विशेष महत्व चंद्रमाँ के साथ माना गया है। चावल
चावल को अक्षत भी कहा गया है जिसका सम्बन्ध चंद्रमा से होता है। शुभ कार्यों से पहले सदैव अक्षत का प्रयोग किया जाता है। ग्रहण के बाद चावल का दान करने से घर में धन - धान्य की कोई कमी नहीं होती है।
शक्कर
शक्कर के दान से इष्ट देवी - देवताओं के आशीर्वाद की प्राप्ति होती है।चांदी
चांदी का दान बहुत विशेष होता है। इससे व्यक्ति को कुशाग्र बुद्धि एवं धन - वैभव से सम्पन्नता का आशीर्वाद प्राप्त होता है।