रक्षाबंधन के त्यौहार के साथ ही सावन के पवित्र महीना भी समाप्त हो जाता हैं और शुरू होता हैं चातुर्मास के अंतर्गत आने वाला पवित्र माह भाद्रपद। भाद्रपद महीना अपने साथ कई उत्सव भी लेकर आता हैं, जिन्हें पूरे उत्साह के साथ मनाया जाता हैं। लेकिन इसी के साथ ही भाद्रपद महीने में कई तरह की सावधानियां भी रखने की आवश्यकता होती हैं। क्यों ग्रंथों के अनुसार भाद्रपथ महीने में की गई गलती व्यक्ति के जीवन में सेहत और दरिद्रता से जुडी समस्याएँ खादी कर देती हैं। इसलिए भाद्रपद महीने में कुछ कामों को वर्जित माना गया हैं। आइए जानते हैं उन कामों के बारे में।
* भाद्रपद मास के दौरान पलंग पर सोने की मनाही है। नियम के अनुसार, जमीन पर चटाई बिछाकर उस पर ही सोना चाहिए।
* इस पवित्र महीने में पत्नी का संग न करें। इस दौरान किसी से झूठ बोलने से भी बचना चाहिए।
* मांस, शहद, गुड़, हरी सब्जी, मूली एवं बैंगन भी भाद्रपद में नहीं खाना चाहिए। इससे स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं हो सकती हैं।
* नशे की चीजें जैसे- शराब, भांग, तंबाकू आदि भी भाद्रपद मास के दौरान नहीं लेना चाहिए। स्वास्थ्य की दृष्टि से देखें तो ये चीजें अच्छी नहीं मानी गई हैं। इनके कारण अशुद्ध हो जाते हैं और ऐसे इंसान को लक्ष्मी जी छोड़ देती हैं।
* भाद्रपद मास में तेल से बनी चीजें भी खाने से बचना चाहिए।