ना करें करवा चौथ पर इन नियमों की अनदेखी, आपके वैवाहिक जीवन में आएगी खुशियां

करवा चौथ व्रत सुहागन महिलाओं द्वारा अपने पति की लंबी उम्र के साथ ही सुखी वैवाहिक जीवन के लिए भी किया जाता हैं कि उनके रिश्ते में मिठास बनी रहें। अविवाहित युवतियां भी अच्छे वर की कामना के लिए करवा चौथ का व्रत रखती हैं। करवा चौथ का व्रत नियमों के साथ रखा जाए तो शुभ फलदायी साबित होता हैं। आज इस कड़ी में हम आपको उन्हीं नियमों की जानकारी देने जा रहे हैं जो करवा चौथ व्रत को संपूर्ण करेंगे और आपके वैवाहिक जीवन में खुशियां लेकर आएंगे।

शिव परिवार की पूजा

संध्या के समय चंद्रोदय से लगभग एक घंटा पूर्व शिव-परिवार (शिवजी, पार्वतीजी, गणेशजी और कार्तिकेयजी सहित नंदीजी) की पूजा की जाती है। इसके अवला चंद्रदेव की पूजा करना भी जरूरी है।

चंद्रोदय तक रखें व्रत

यह व्रत सूर्योदय से पहले से प्रारंभ हो जाता है। उसके पूर्व कुछ भी खा-पी सकते हैं। उसके बाद जब तक रात्रि में चंद्रोदय नहीं हो जाता तब तक जल भी ग्रहण नहीं करते हैं। यदि कोई स्वास्थय समस्या है तो जल पी सकते हैं। चन्द्र दर्शन के पश्चात ही इस व्रत का विधि विधान से पारण करना चाहिए। शास्त्र अनुसार केवल सुहागिनें या जिनका रिश्ता तय हो गया हो वही स्त्रियां ये व्रत रख सकती हैं। पत्नी के अस्वस्थ होने की स्थिति में पति ये व्रत रख सकते हैं।

पूर्व मुखी होकर करें पूजन

पूजन के समय देव-प्रतिमा का मुख पश्चिम की ओर होना चाहिए तथा महिला को पूर्व की ओर मुख करके बैठना चाहिए। इस व्रत के दौरान महिलाओं को लाल या पीले वस्त्र ही पहनना चाहिए। इस दिन पूर्ण श्रृंगार और अच्छा भोजन करना चाहिए।

कथा सुनना जरूरी

व्रत वाले दिन कथा सुनना बेहद जरूरी माना गया है। ऐसी मान्यता है कि करवाचौथ की कथा सुनने से विवाहित महिलाओं का सुहाग बना रहता है, उनके घर में सुख, शान्ति, समृद्धि आती है और सन्तान सुख मिलता है। करवा चौथ व्रत की कथा सुनते समय साबूत अनाज और मीठा साथ में अवश्य रखें। इस दिन कहानी सुनने के बाद बहुओं को अपनी सास को बायना देना चाहिये।

छलनी में देखें चांद को

चंद्रमा का उदय होने के बाद सबसे पहले महिलाएं छलनी में से चंद्रमा को देखती हैं फिर अपने पति को, इसके बाद पति अपनी पत्नियों को लोटे में से जल पिलाकर उनका व्रत पूरा करवाते हैं। कुआंरी महिलाएं चंद्र की जगह तारों को देखती हैं। जब चंद्रदेव निकल आएं तो उन्हें देखने के बाद अर्घ्य दें।