आज सोमवार को अमवस्या है जिसे सोमवती अमावस्या के नाम से जाना जाता हैं। इस दिन का शास्त्रों में बड़ा महत्व बताया गया हैं। अमावस्या पर नदियों में स्नान करने और दान-पुण्य करने की मान्यता है। लेकिन इसी के साथ ही शास्त्रों मे कई ऐसे कई काम बताये गए हैं जो इस दिन नहीं किये जाने चाहिए। क्योंकि इस दिन किये गए ये सारे काम जीवन में परेशानियों को आगमन देते हैं। इसलिए आज हम आपको वो काम बताने जा रहे हैं जो अमावस्या के दिन नहीं किये जाये तो अच्छा हैं। तो आइये जानते हैं उन कामों के बारे में।
* अमावस्या के दिन सुबह देर तक नहीं सोना चाहिए। इस दिन सुबह उठकर पूजा पाठ करना चाहिए। सूर्यास्त के बाद देर तक सोने वाले व्यक्ति के घर में दरिद्रता का वास होता है। ऐसे लोग सफल्ता के बहुत मेहनत करते हैं लेकिन सफलता बहुत इंतजार करवाती है। अमावस के दिन सुबह जल्दी उठें और सूर्योदय के समय सूर्य को जल चढ़ाएं।
* अमावस्या पर भूत-प्रेत, पितृ, पिशाच, निशाचर जीव-जंतु और दैत्य ज्यादा सक्रिय रहते हैं। इसकी वजह से हमारे चारो ओर नकारात्मक शक्तियां सक्रिय हो जाती है इसलिए अमावस्या की रात को किसी सुनसान जगह पर जाने से बचना चाहिए खासतौर पर श्मशान की तरफ तो कभी भूलकर भी नहीं जाना चाहिए।
* पति-पत्नी को शारीरिक संबंध बनाने से बचना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार अमावस्या की तिथि पर बने संबंध से उत्पन्न संतान को जीवन में कष्ट का सामना करना पड़ता है। इससे पितृगण भी नाराज होते हैं।
* इस दिन किसी भी जरुरतमंद को दान देना शुभ माना जाता है, लेकिन किसी गरीब का अनादर न करें। इससे आपको हानि होगी
* अमावस्या के दिन कोशिश करें घर में शांति का वातावरण रहे। आपस में लड़ाई झगड़ा आदि ना करें। कलेश युक्त घर में पितरों का आशीर्वाद नहीं रहता, ऐसे घरों में कभी सुख-समृद्धि का स्थायी वास नहीं होता। अमावस के दिन पितरों को याद कर मंदिर में दिया, धूप आदि करनी चाहिए। पितरों से आशीर्वाद मांगना चाहिए कि उनका साया हमेशा आप पर बना रहे।
* अमावस्या पर तामसिक चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए साथ ही इस दिन किसी भी प्रकार का नशा भी नहीं करना चाहिए।