अनहोनी से बचना है तो रात को भूल कर भी नहीं करें ये काम

शास्त्रों के अनुसार हर कार्य को करने का एक नियत समय है। दिन में जहां सभी आवश्यक कार्य किए जा सकते हैं वहीं रात में कुछ कार्यों का करना स्पष्ट मना किया गया है, इनमें संभोग भी शामिल है। दरअसल शास्त्रों में हर काम को करने के लिए अलग अलग दिन और समय बताए गए हैं और अगर हम इन निश्चित तिथियों को और समय को यह काम करते हैं तो हमे इसका लाभ मिलता है और मना किये गए कामो को करने से अगर हम बचते है तो इस से हमारा ही फायदा होता हैं। आइए जानते हैं कि रात को कौनसे कार्य नहीं करने चाहिए जिन्हें करने से दुर्भाग्य आता है।

* कभी भी रात के वक़्त लडकियों को खुले बाल नही सोना चाहिए और कोशिश करनी चाहिए कि रात के वक़्त खुले बाल में न रहे क्यो की खुले बाल नेगेटिव एनर्जी को अपनी तरफ आकर्षित करते है । यह भूत बाधा का कारण भी बन सकते है , क्यो की इस तरह की नेगेटिव एनर्जी खास तौर पर लड़किय्यो की तरफ ज्यादा आकर्षित होती है ।

* चौराहा अर्थात जिस जगह चार सड़कें आपस में मिलती हो, वहां भी रात के समय नहीं जाना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार वहां पर बहुत से टोने-टोटके तथा तांत्रिक अभिक्रियाएं की जाती हैं, जिसके प्रभावस्वरूप वहां पर नकारात्मक शक्तियों का स्थाई वास हो जाता है। रात में यह प्रभाव और भी बढ़ जाता है। इसीलिए देर रात को चौराहों पर जाना नकारात्मक ऊर्जा (यथा भूत-प्रेत आदि) को आमंत्रण देने जैसा होता है।

* विष्णु पुराण के अनुसार रात के वक़्त कभी भी शमशान के आस पास नही जाना चाहिए , क्यो की शमशान में और उसके आस पास के वातावरण में जबरदस्त नेगेटिव एनर्जी का प्रभाव होता है । ये नेगेटिव एनर्जी आपके लिए और आपके जान माल और बुद्धि के लिए बहुत ही खतरनाक हो सकती है । इसलिए रात के वक़्त भूल कर भी शमशान के आस पास न फटके।

* शास्त्रों के अनुसार रात 12 बजे बाद अगला दिन शुरु हो जाता है तथा ब्रह्मबेला से ठीक पहले वाला समय आरंभ हो जाता है। ऐसे समय पर व्यक्ति की मानसिक तथा आध्यात्मिक शक्तियां जागृत हो जाती हैं। इसीलिए मध्यरात्रि के एक प्रहर बाद से ब्रहम मुहूर्त आरम्भ हो जाता है।

* रात को भूल कर भी इत्र या डीओनही लगाना चाहिए। में जानता हूँ कि आपने कभी न कभी ये बात सुनी ही होगी कि भूत या आत्माएं इत्र की सुगंध से आकर्षित होती है। इसलिए पैरानॉर्मल रिसर्चर भी आत्माओ को अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए इत्र का प्रयोग करते है। इसलिए दोस्तो रात के वक़्त भूल कर भी इत्र का प्रयोग नही करना चाहिए, इससे नेगेटिव एनर्जी पास नही आती। हमे हमेशा रात को सोने से पहले अपने हाथ पांव धोकर और ईश्वर का स्मरण करके सोना चाहिए।