गणेश चतुर्थी 2020 : बप्पा को घर लाने के बाद ना करें ये गलतियां

आज पूरे देशभर में हर्ष और उल्लास का माहौल हैं क्योंकि आज गणेश चतुर्थी का पावन त्यौहार हैं। आज के दिन गणपति जी के कई पांडाल सजते थे लेकिन इस बार कोरोना के चलते यह मुमकिन नहीं हो पा रहा हैं। लेकिन भक्तगण अपने घरों पर गणपति जी को जरूर विराजते हैं ताकि उनकी कृपा और आशीर्वाद मिल सकें। लेकिन गणपति जी को घर ला रहे हैं तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखने की भी जरूरत होती हैं। आपकी गलतियां गणपति जी को नाराज कर सकती हैं। तो आइये जानते हैं इन गलतियों के बारे में और बचे इन्हें करने से।

जनेऊ चढ़ाएं

बप्पा को जनेऊ चढ़ाएं बिना उनकी पूजा अधूरी मानी जाती है। इसलिए गणपति जी की मूर्ति स्थापना के बाद उन्हें जनेऊ जरूर चढ़ाएं। जनेऊ आप सफेद या लाल रंग का लें सकते हैं।

भूल से भी न करें पीठ के दर्शन

वैसे तो भगवान श्रीगणेश रिद्धि-सिद्धि के दाता हैं। इनकी कृपा से जीवन की सभी परेशानियां दूर हो सब मंगलमय होता है। मगर वास्तु के अनुसार, उनकी पीठ के दर्शन करना अशुभ होता है। गणेशजी के सामने से दर्शन करने से जीवन में सुखों की प्राप्ति होती हैं। मगर उनकी पीठ के दर्शन करने से घर में दरिद्रता आती है। ऐसे में इस बात का विशेष ध्यान रखें कि बच्चे इनकी पीठ गलती से भी न देख लें। इसके लिए घर पर बप्पा की मूर्ति स्थापना दीवार के साथ ही करना ही शुभ रहेगा।

घर और दुकान में मूर्ति स्थापना

अगर आप घर और दुकान दोनों पर बप्पा की मूर्ति स्थापित करना चाहते हैं तो इन बातों का ध्यान रखें। घर पर हमेशा बप्पा की बैठी मुद्रा में मूर्ति स्थापित करें। साथ ही अपने दुकान या ऑफिस में खड़ी मुद्रा में गणपति जी की मूर्ति स्थापित करें। साथ ही किसी भी जगह पर एक साथ 2 मूर्तियां न स्थापित करें। ऐसा करने से घर में दरिद्रता का वास होता है। साथ ही पूजा का पूरा फल नहीं मिल पाता है।

पीले या लाल रंग के कपड़े पहने

पूजा के दौरान नीले और काले रंग के कपड़े पहनने की भूल न करें। इससे बप्पा की नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में गणेश जी की कृपा पाने के लिए उनकी पूजा में लाल या पीले रंग के कपड़े पहने। बप्पा को ये रंग अति प्रिय होने से उनकी कृपा जल्दी ही मिलेंगी।

सुबह-शाम करें पूजा

गणेश महोत्सव के पूरे 10 दिन सुबह- शाम गणपति बप्पा की पूजा करनी चाहिए। इसके लिए सुबह जल्दी उठ स्नान कर बप्पा को भोग लगाकर उनकी पूजा करें। साथ ही परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर सुबह- शाम आरती करें।

गलती से भी न चढ़ाएं तुलसी

वैसे तो तुलसी माता को बेहद पूजनीय माना जाता है। मगर फिर भी भगवान श्रीगणेश जी की पूजा में तुलसी नहीं शामिल नहीं करनी चाहिए। पौराणिक कथाओं के अनुसार, तुलसी जी ने गणेश जी के आगे शादी का प्रस्ताव रखा था। मगर बप्पा ने मना कर दिया था।

घर की सफाई पर दें विशेष ध्यान

वैसे तो हमेशा ही घर साफ- सुथरा होना चाहिए। मगर त्योहार के दिनों में घर की साफ- सफाई पर खास ध्यान दें। पूरे घर की अच्छे से सफाई करने के बाद ही बप्पा की मूर्ति स्थापना करें।

अंधेरे में ना छोड़ें

वैसे तो इस बात का विशेष ध्यान रखें कि आप जहां भी गणपति जी की मूर्ति स्थापित कर रहे हो वहां रोशनी का उचित प्रबंध हो। इसके साथ ही अगर कही बप्पा की मूर्ति के पास अंधेरा हो तो उनकी मूर्ति को छूने की गलती न करें। असल में, अंधेरे में बप्पा की मूर्ति को छूना अशुभ होता है।

मांस- मछली का सेवन न करें

घर पर बप्पा की मूर्ति स्थापना के दिनों में घर पर मांस- मछली आदि चीजें न लाएं। साथ ही इ न 11 दिनों पर इन चीजों के सेवन से बचें। नहीं तो भगवान गणपति की नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है।