गुरुवार के दिन क्या करें और क्या नहीं, जुड़ी हैं इससे घर वालों की तरक्की

आज गुरुवार का दिन हैं जो कि देवताओं के गुरु बृहस्पति और भगवान विष्णु को समर्पित होता हैं और उनका पूजन किया जाता हैं। बृहस्पति की नाराजगी जीवन में कई समस्याएं लेकर आती हैं। ऐसे में जरूरी हैं कि बृहस्पति के अनुकूल ही कार्य किया जाए ताकि उनका आशीर्वाद बना रहे। आज हम आपको शास्त्रों में वर्णित कुछ ऐसे काम बताने जा रहे हैं जिनका गुरुवार के दिन विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए। तो आइये जानते हैं इनके बारे में।

- धार्मिक शास्त्रों के अनुसार ज्योतिष में बृहस्पति को महिलाओं की कुंडली में पति और संतान का कारक माना जाता है। माना जाता है कि गुरुवार को महिलाओं को अपना सिर नहीं धोना चाहिए। इसके साथ ही न तो उनको इस दिन अपने बाल कटवाने चाहिए। अगर वे ऐसा करती हैं तो इससे उनकी जन्मकुंडली में बृहस्पति कमजोर होता है जिससे उनके दांपत्य जीवन में परेशानी आती है। पति व संतान की उन्नति भी रुक जाती है।

- गुरुवार के दिन केले के फल का सेवन नहीं करना चाहिए। इस दिन केले के वृक्ष की पूजा होती है। इसके साथ ही बृहस्पतिवार के दिन घर में अधिक वजन वाले कपड़ों को धोने, कबाड़ घर से बाहर निकालने, घर को धोने या पोछा लगाने से बच्चों, पुत्रों, घर के सदस्यों की शिक्षा, धर्म आदि पर शुभ प्रभाव में कमी आती है।

- गुरुवार के दिन नाखून नहीं काटने चाहिए और न ही दाड़ी बनानी या बनवानी चाहिए। क्योंकि शास्त्रों में ऐसा कहा गया है कि जो व्यक्ति ऐसा करता है तो वह देवगुरू बृहस्पति अशुभ फल प्राप्त होते हैं। व्यक्ति की आयु पर भी इसका नकारात्मक असर पड़ता है।

- गुरुवार को केले के वृक्ष की जड़ में जल अर्पित करना चाहिए और शुद्ध घी का दीपक जलाकर गुरु के 108 नामों का उच्चारण करना चाहिए ऐसा करने से जल्दी ही जीवनसाथी की तलाश जल्द पूर्ण होती है। विवाह में आ रही अड़चने दूर होती हैं।

- बृहस्पति देव को पीला रंग अतिप्रिय है। वे पीले रंग का पीतांबर धारण करते हैं। इसलिए इनकी पूजा में हल्दी का उपयोग किया जाता है। गुरुवार के दिन केसर पीला चंदन या फिर हल्दी का दान करना बहुत शुभ होता है। इससे घर में सुख-शांति आती है और आरोग्यता मिलती है।