Chhath Puja 2022 : इन खास उपायों से दूर करें सूर्य दोष, होगा संकटों का निवारण

हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को छठ पूजा का त्योहार मनाया जाना हैं जो कि इस बार 30 अक्टूबर को पड़ रहा हैं। देशभर में यह त्योहार बहुत ही हर्षोउल्लास के साथ मनाया जाता है। खासतौर से बिहार, झारखंड में यह पर्व काफी जोश के साथ मनाया जाता है। इस दिन सूर्य देव की पूजा की जाती हैं। छठ व्रत कठिन व्रतों में से एक माना जाता है। इस दिन किए गए कुछ उपाय जीवन के संकटों का निवारण करने में मदद करते हैं। छठ माता के आशीर्वाद से आपके जीवन में सदैव सुख समृद्धि बनी रहेगी। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ खास उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं जो सूर्य दोष को दूर करने का काम करेंगे। आइये जानते हैं इनके बारे में...

सूर्य को अर्घ्य दें

छठ पूजा में व्रत करने वाली महिलाओं को पूरी श्रद्धा भाव से सूर्य को अर्घ्य देना चाहिए। ऐसी मान्यता है कि जो श्रद्धालु छठ के दौरान संध्या और सूर्योदय के समय सूर्य को अर्घ्य देते हैं उनकी पूजा छठ माता को भी स्वीकार्य होती है। सूर्य की पूजा के लिए विविध स्थानों पर अलग विधियों का प्रयोग किया जाता है लेकिन सूर्य की उपासना की शास्त्रों में बताई विधि से करना फलदायी माना जाता है। सूर्य को अर्घ्य देते समय भक्तिभाव से भगवान सूर्य का ध्यान करें और उनकी उपासना करें। सूर्य की उपासना के समय सूर्य मन्त्र का जाप करें।

सूर्य यंत्र की स्थापना


छठ पूजा पर सबसे पहले सुबह उठकर नित्य कर्मों से निपटकर सूर्यदेव को प्रणाम करें। इसके बाद सूर्य यंत्र को गौ मूत्र, शहद, दही, गाय के दूध और गंगाजल से पवित्र करें। अब इस यंत्र का विधिपूर्वक पूजन करने के बाद सूर्य मंत्र का जाप करना चाहिए। मंत्र- 'ऊँ घृणि सूर्याय नम:' जाप करने के बाद इस यंत्र की स्थापना अपने पूजन स्थल पर कर दें। इस प्रकार इस यंत्र का पूजन करने से शीघ्र ही सूर्य ग्रह संबंधी होने वाली समस्याएं समाप्त हो जाती हैं।

सूर्य की स्थिति करें मजबूत

जिन लोगों की कुंडली में सूर्य की स्थिति कमजोर है वह छठ पूजा के दौरान सरल उपाय करके सूर्य को मजबूत कर सकते हैं। सूर्य कमजोर हैं तो छठ के दौरान आप गुड़ का दान कर सकते हैं। इसके अलावा जब भी पूजा करें उसमें गुग्गल धूप का इस्तेमाल करें। छठ के दौरान अपने सिर से छह नारियल अपने सिर से वार कर किसी जल में प्रवाहित कर दें।

संतान प्राप्ति उपाय

छठ के दिन तांबे का सिक्‍का या तांबे का चौकोर टुकड़ा बहते हुए जल में प्रवाहित करें। ऐसा करने से संतान के ऊपर से अशुभ प्रभाव दूर होते हैं। इसके साथ ही लाल कपड़े में गेहूं और गुड़ बांधकर दान करने से संतान को सभी खुशियां प्राप्‍त होता है। सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

मनोकामना पूर्ती उपाय

छठ पर्व में खरना वाले दिन जल्‍दी उठकर स्‍नान करें और पूर्व दिशा में मुख करके कुश के आसन पर बैठें। लकड़ी के पटरे पर सफेद कपड़ा बिछाएं और उसके ऊपर भगवान सूर्य का चित्र स्‍थापित करें। सूर्यदेव की पूजा करें और उन्‍हें गुड़ का भोग लगाएं और लाल फूल चढ़ाएं।