अगर आप भी बहुत मेहनत कर रहे हैं लेकिन आपको ना तो आर्थिक रूप से लाभ हो रहा है और ना ही आप सफलता हासिल कर पा रहे हैं तो इसकी वजह कुछ ग्रह भी हो सकते हैं। आपकी कुंडली में कुछ ऐसे दोष होते हैं जिनके कारण आपकी सफलता की राह में अड़चनें हासिल आ सकती हैं। इसके लिए आपको सुबह उठते ही सप्त ऋषियों के नामों का जप करना है। सप्त ऋषियों के नामों का जप से आपकी सारी परेशानियां अपने आप दूर होती जाएंगी।
सप्त ऋषियों के नामों का जप :
# ऋषि विश्वामित्र : इन्होंने गायत्री मंत्र लिखा था और इन्हें भगवान राम और लक्ष्मण के गुरू के तौर पर जाना जाता है।
# ऋषि वशिष्ठ : ऋषि वशिष्ठ राजा दशरथ के चारों पुत्रों रांम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न के गुरु थे। इनका जन्म ब्रह्माजी की इच्छा शक्ति से हुआ है।
# ऋषि द्रोणाचार्य : कौरवों और पांडवों के गुरू द्रोणाचार्य भी इनमें से एक हैं।
# ऋषि अग्सत्य : ऋषि अग्सत्य की भी सप्त ऋषियों में महत्वपूर्ण भूमिका है।
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ऋषि भृगु : सुबह उठकर ऋषि भृगु का नाम भी ज़रूर लेना चाहिए।
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ऋषि कश्यप : कश्यप गोत्र के रचयिता ऋषि कश्यप भी इन्हीं में से हैं।
#ऋषि अत्रि : श्रीराम और देवी सीता वनवास के दौरान अत्रि के आश्रम में ही रूके थे। इनकी पत्नी अनुसूइया थी।