27 जुलाई को सदी का सबसे लंबा चंद्र ग्रहण लगेगा। इस चंद्र ग्रहण को वैज्ञानिक ने ‘ब्लड मून’ का नाम दिया है। यह ग्रहण रात 11.54 से शुरू होकर अगले दिन 28 जुलाई सुबह 3.49 तक रहेगा, यानी यह पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा। जिसकी अवधि 3 घंटे 55 मिनट तक है। चंद्र ग्रहण के समय चांद ज्यादा चमकीला और बड़ा नजर आएगा। भारत के अलावा यह चंद्रग्रहण म्यांमार, भूटान, पाकिस्तान, अफगानिस्तान चीन, नेपाल, अंटाकर्टिका, ऑस्ट्रेलिया, एशिया, अफ्रीका, यूरोप, दक्षिण अमेरिका के मध्य और पूर्वी भाग में दिखाई देगा।
सूतक काल27 जुलाई को ग्रहण शुरू होने से पहले दोपहर 02:54 बजे से 28 जुलाई को रात्रि 03: 49 बजे तक के समय को सूतक काल माना जा रहा है।सूर्योदय के बाद सूतक समाप्त माना जाएगा।
चंद्रमा क्यों दिखता है लालचंद्र ग्रहण के समय चंद्रमा हमेशा लाल रंग का दिखाई देता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि चंद्रग्रहण के वक्त सूर्य और चांद के बीच में पृथ्वी आ जाती है। इस वजह से सूर्य की रोशनी रुक जाती है। ऐसी वजह से चंद्रमा का रंग लाल हो जाता है।
चंद्रग्रहण के दौरान करें से काम - सोने, चांदी व तांबे के नाग का काले तांबे की प्लेट में रखकर दान करना शुभ माना जाता है।
- चंद्रग्रहण पर दान पुण्य करना चाहिए इसका अधिक लाभ मिलता है।
- ग्रहण खत्म होने के तुरंत बाद स्नान करना चाहिए। उसके बाद जिन चीजों को आप दान करना चाहते हो तो उन्हें स्पर्श कर रख दें और अगले दिन दान कर दें।
- स्नान के बाद यदि संभव हो तो पूजा-पाठ करना चाहिए।
चंद्रग्रहण के दौरान न करें ये काम- सूतक काल में पूजा-पाठ करने से बचना चाहिए।
- ग्रहण के समय खाना खाने से भी बचना चाहिए। इस दौरान ग्रहण किया गया भोजन अशुद्ध हो जाता है।
- जिन चीजों को फेंका नहीं जा सकता उन खाने पीने की चीजों में तुलसी की पत्ती डाल दें।
- गर्भवती स्त्रियों को ग्रहण काल घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। ग्रहण के समय निकलने वाली नकारात्मक किरणें माता और शिशु के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकती हैं।