भैया दूज पर भाई के लिए ऐसे बनाएं किस्मत चमकाने वाला तिलक

दिवाली के 5 दिनों के त्योहार की समाप्ति भाईदूज (Bhai Dooj) के त्योहार से होती है। भाईदूज का पर्व भाई-बहन के स्नेह और प्रेम का प्रतीक माना जाता है। दीपावली के दूसरे दिन कार्तिक शुक्ल द्वितिया को भैया दूज का पर्व मनाया जाता है। बहनें जहां इस दिन अपने भाईयों की लंबी उम्र की कामना से पूजा करती हैं। वहीं भाई अपनी बहनों को उनका साथ निभाने का न सिर्फ वचन देते हैं बल्कि तोहफे देकर उनके चेहरों पर भी मुस्‍कान बिखरते हैं। इसका यह आशय होता है कि उनकी बहनों का जीवन सदैव सुख-समृद्धि से भरा रहे और वह हमेशा हंसती- मुस्‍कुराती रहें। इस तिथि से यमराज और द्वितिया तिथि का सम्बन्ध होने के कारण इसको यमद्वितिया भी कहा जाता है। इस बार भइया दूज का पर्व 29 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस दिन बहनें अपने भाई का तिलक करती हैं।

ऐसे बनाएं किस्मत चमकाने वाला तिलक

- शुद्ध केसर की कम से कम 27 पत्तियां लें और उसमें शुद्ध लाल चंदन और गंगाजल मिलाएं, साफ चांदी की कटोरी या पीतल की कटोरी में यह तिलक तैयार करें

- अपने भाई को तिलक करने से पहले यह कटोरी भगवान विष्णु के श्री चरणों में रखें

- ॐ नमो नारायणाय मंत्र का 27 बार जाप करें। अब यह तिलक सबसे पहले भगवान गणपति और विष्णु जी को करें

- उसके बाद यह तिलक अपने भाई को उत्तर पूर्व दिशा की ओर मुंह करके तिलक करें

- अब बहन अपने भाई को मिष्ठान खिलाए तथा भाई भी अपनी बहन का मुंह मीठा करें

- ऐसा करने से भाई-बहन का स्नेह हमेशा के लिए बना रहेगा।

भैया दूज की तिथि और शुभ मुहूर्त

भैयादूज / यम द्वितीया की तिथि: 29 अक्‍टूबर 2019

द्वितीया तिथि प्रारंभ: 29 अक्‍टूबर 2019 को सुबह 06:13 मिनट से

द्व‍ितीया तिथि समाप्‍त: 30 अक्‍टूबर 2019 को सुबह 03:48 मिनट तक

भाई दूज अपराह्न समय: दोपहर 01:11 मिनट से दोपहर 03:23 मिनट तक

कुल अवधि: 02 घंटे 12 मिनट