भाद्रपद पूर्णिमा के दिन किया जाता है सत्यनारायण व्रत, जानें व्रत की पूजा विधि

हिन्दु धर्म में हर पूर्णिमा का महत्व माना जाता हैं, लेकिन भाद्रपद मास की पूर्णिमा का महत्व कुछ ज्यादा होता हैं क्योंकि इसी दिन से श्राद्ध पक्ष आरंभ होता है। इस बार भाद्रपद पूर्णिमा 24 सितम्बर की मनाई जा रही हैं। पूर्णिमा को पूजा और दान का विशेष महत्व माना गया हैं। पूर्णिमा के दिन व्रत-उपवास का भी बड़ा महत्व माना गया हैं। भाद्रपद पूर्णिमा के दिन सत्यनारायण व्रत किया जाता हैं, जिससे पुण्य की प्राप्ति होती हैं और भगवान प्रसन्न होते हैं। इसलिए आज हम आपके लिए लेकर आए हैं सत्यनारायण व्रत की पूजा विधि के बारे में। तो आइये जानते हैं कैसे करें सत्यनारायण व्रत पूजा।

भाद्रपद पूर्णिमा व्रत में व्रत को सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से स्वच्छ होकर, साफ वस्त्र धारण करने चाहियें। पूजा स्थल की साफ-सफाई कर उसमें भगवान सत्यनारायण की प्रतिमा रखें। तत्पश्चात पूजा के लिये पंचामृत का निर्माण करें। प्रसाद के लिये चूरमा बनायें। इसके बाद भगवान सत्यनारायण की कथा सुनें। कथा के पश्चात भगवान सत्यनारायाण, माता लक्ष्मी, भगवान शिव, माता पार्वती आदि की आरती करें। इसके पश्चात प्रसाद का वितरण करें। मान्यता है कि भगवान सत्यनारायण की पूजा करने से उपासक के सारे कष्ट कट जाते हैं और घर सुख-समृद्धि व धन धान्य से भरा रहता है। व्रती के अपने जीवन में पद व प्रतिष्ठा को प्राप्त करता है।