सनातन धर्म में की जाती हैं तुलसी की पूजा, इन चीजों का ध्यान रख लाए जीवन में खुशहाली

सनातन धर्म में तुलसी का बहुत महत्व बताया गया हैं जिसकी पूजा की जाती हैं। इसलिए लोग घरों में तुलसी का पौधा जरूर लगाते हैं और हमेशा उसकी पूजा करते हैं। मान्यता हैं कि घर के आंगन में तुलसी का पौधा जितना फलता-फूलता हैं घर में भी उतनी ही सकारात्मकता का संचार होता हैं। ऐसे में जरूरी हैं कि तुलसी का व‍िशेष ख्‍याल रखा जाए ताकि वजह मुरझाए ना। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसे तरीके बताने जा रहे हैं जिनका ज्योतिष में महत्व होने के साथ ही तुलसी की सार-संभाल भी होती हैं।

सबसे पहले कर लें ये काम

ज्‍योत‍िषशास्‍त्र के अनुसार सर्दियों में मां तुलसी को चुनरी जरूर ओढ़ा दें। ऐसा करने से तुलसी सर्दी से भी बची रहेगी और सूखेगी भी नहीं। इसके बाद जो दूसरा कार्य है वह आपको न‍ियम‍ित रूप से करना है। यानी क‍ि तुलसी के नीचे दीपक जरूर जलाना है। यह आप अपनी सुव‍िधानुसार सुबह या शाम जब भी आपको सहूल‍ियत हो उस समय जला सकते हैं। इससे तुलसी के पास गर्माहट बनी रहेगी और सर्दी से भी बची रहेगी।

इनका तो जरूर रखें ध्‍यान


ज्‍योत‍िषशास्‍त्र के अनुसार तुलसी के पौधे की हर हफ्ते गुड़ाई जरूर करनी चाह‍िए। ध्‍यान रखें क‍ि जब भी गुड़ाई करें तो उस द‍िन और अगले द‍िन तुलसी में जल न डालें। ऐसा करने से तुलसी के पौधे को बढ़ने में मदद म‍िलती है। इसके अलावा सर्दियों के मौसम में तुलसी में एकदम ठंडा पानी डालने से भी बचें अन्‍यथा ऐसा करने से भी तुलसी सूखने लगती हैं।

कहीं आप तो नहीं करते ऐसा

ज्‍योत‍िषशास्‍त्र के अनुसार तुलसी को सूखने से बचाने और हरा-भरा रखने के ल‍िए तुलसी पर लगी मंजरी का भी ध्‍यान रखने की जरूरत है। यानी क‍ि जब भी मंजरी सूखने लगे तो उसे तुरंत ही हटा दें। कहा जाता है क‍ि अगर तुलसी के ऊपर लगी मंजरी पूरी तरह से सूखी हों तो वह घर में मानसिक समस्‍याएं पैदा करती हैं। इस स्थिति से बचने के ल‍िए मंजरी के सूखते ही उसे हटा दें। इसे आप तुलसी के गमले में भी डाल सकते हैं।

ऐसा तो भूलकर भी न करें


ज्‍योत‍िषशास्‍त्र के अनुसार तुलसी ज‍िस स्‍थान पर रखी हो वह स्‍थान पूरी तरह से साफ-सुथरा तो होना ही चाह‍िए। साथ ही उसके आस-पास भी गंदगी नहीं होनी चाह‍िए। ध्‍यान रखें मास‍िक धर्म के दौरान तुलसी को छूने या पत्तियां तोड़ने से बचना चाह‍िए। ऐसा करने से तुलसी माता रूठ जाती हैं। आपको जब भी तुलसी की पत्तियां तोड़नी हों, उसके पहले तुलसी मां को प्रणाम करें और फ‍िर एक-एक करके बहुत ही आराम से पत्तियों को तोड़ें। इसके अलावा कभी भी दोपहर में तुलसी को स्‍पर्श नहीं करना चाह‍िए। मान्‍यता है क‍ि अगर आप ज्‍योत‍िषशास्‍त्र में बताई गई इन बातों का ख्‍याल रखते हैं तो जीवन में कई तरह की मुसीबतों से बच सकते हैं।