जीवन का यह सबसे बड़ा सत्य है कि जिसने इस धरती पर जन्म लिया है, उसकी मृत्यु होना निश्चित हैं। लेकिन जो जीवन मिला है उसे भगवान की कृपा से सुखी और कष्टमुक्त जरूर बनाया जा सकता हैं। और इसके लिए सावन के दिनों से अच्छा कुछ हो ही नहीं सकता। सावन के दिनों में भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए महामृत्युंजय मंत्र के जाप का विशेष महत्व बताया गया हैं। यहाँ तक कि इस मंत्र के जाप से अपनी मृत्यु को भी टाला जा सकता हैं। आज हम आपको महामृत्युंजय मंत्र उसके लाभ के बारे में बताने जा रहे हैं।
* भय से छुटकारा पाने के लिए 1100 बार महामृत्युंजय मंत्र का जप किया जाता है।
* रोगों से मुक्ति के लिए 11000 बार महामृत्युंजय मंत्रों का जप किया जाता है।
* पुत्र की प्राप्ति के लिए, उन्नति के लिए, अकाल मृत्यु से बचने के लिए सवा लाख की संख्या में महामृत्युंजय मंत्र का जप करना अनिवार्य है।
* यदि साधक पूर्ण श्रद्धा और विश्वास के साथ यह साधना करें, तो वांछित फल की प्राप्ति की प्रबल संभावना रहती है।