कभी न करें पूजा घर से जुड़ी ये गलतियां, करना पड़ेगा दैवीय प्रकोप का सामना

हिन्दू धर्म में पाठ-पूजा का बड़ा महत्व माना गया हैं जिसके चलते हर घर में पूजा घर बनाया जाता हैं ताकि भगवान की कृपा उनपर बनी रहे और जीवन में हमेशा सकारात्मकता का संचार हो। लेकिन कई बार अनजाने में लोग पूजाघर से जुड़ी कई ऐसी गलतियां कर बैठते हैं जो उनके जीवन में नकारात्मकता लेकर आती हैं और दैवीय प्रकोप का सामना करना पड़ सकता है। आज हम आपको पूजा घर से जुड़ी कुछ ऐसी ही गलतियों की जानकारी देने जा रहे हैं जिनका ध्यान रखना बहुत जरूरी होता हैं। तो आइये जानते हैं इनके बारे में।

- पूजा घर में निर्माल यानी पुराने हो चुके फूल, माला, अगरबत्तियां जमा करके नहीं रखें इनसे नकारात्मक उर्जा का संचार होता है जो आपकी खुशियां और आय को कम करने का काम करते हैं।

- वास्तुशास्त्र के अनुसार पूजा घर शौचालय और स्नान गृह की दीवारों से लगा हुआ नहीं होना चाहिए।

- रसोई घर के साथ भी पूजा घर नहीं होना चाहिए इसकी वजह यह है कि रसोई घर में जूठन और डस्टबीन जैसी चीजें पवित्रता को नष्ट करते हैं।

- घर में सीढ़ी के नीचे पूजा घर नहीं होना चाहिए।

- बहुत से लोग अपने शयन कक्ष में ही पूजा स्थान बना लेते हैं जो वास्तु शास्त्र के अनुसार सही नहीं है। शयन कक्ष में पूजा घर नहीं होना चाहिए इससे पारिवारिक जीवन के संबंधों में परेशानी आती है।

- आजकल घर में मंदिर बनाने का प्रचलन बढ़ गया है। जबकि वास्तु विज्ञान के अनुसार घर में पूजा का स्थान अलग से होना चाहिए लेकिन यह मंदिर नहीं होना चाहिए। मंदिर खुले स्थानों में होना वास्तु के अनुसार उचित है।

- अक्सर लोग छुट्टियां मनाने या किसी अन्य काम से घर में ताला लगाकर चले जाते हैं और अंदर पूजा घर में भगवान को भी बंद कर देते हैं। वास्तु विज्ञान के अनुसार मकान में आपने पूजा घर बनाकर उनमें देवी-देवताओं को बैठाया है तो यह प्रयास करना चाहिए इनकी पूजा नियमित हो। घर में भले ही ताला लगाएं लेकिन पूजा घर में ताला लगाकर नहीं जाना चाहिए।