होलिका दहन होली के त्योंहार का विशेष दिन हैं जो कि तंत्र साधना के विशेष माना जाता हैं। इस दिन होलिका को जलाने कि प्रथा हैं। शास्त्रों में बताया गया है कि इस दिन किये गए ज्योतिषीय उपायों का विशेष महत्व होता हैं। माना जाता है कि इस दिन किये गए उपायों का फल अधिक मिलता हैं। तो आइये जानते हैं होलिका दहन के दिन किये जाने वाले उपायों के बारे में।
* होलिका दहन में घर के सभी सदस्यों को अवश्य ही शामिल होना चाहिए । होलिका दहन में चना, मटर, गेंहूँ बालियाँ या अलसी आदि डालते हुए अग्नि की तीन / सात परिक्रमा करें। इससे घर में शुभता आती है। आज कल स्वाइन फ्लू का कहर है अत: हर व्यक्ति होलिका में थोड़ा थोड़ा कपूर भी अवश्य ही डालें जिससे स्वाइन फ्लू के वायरस भी कम हो सके।
* यदि व्यापार या नौकरी में उन्नति न हो रही हो, तो 21 गोमती चक्र लेकर होलिका दहन की रात में शिवलिंग पर चढ़ा दें। इससे बिजनेस में फायदा होने लगेगा।
* यदि कोई व्यक्ति निरन्तर बीमार रहता है, और काफी दवा कराने के बावजूद भी रोग में कोई लाभ नहीं हो रहा है, तो होली दहन के समय देशी घी में दो लौंग, एक बताशा, एक पान का पत्ता इन सभी वस्तुओं को होली जलने वाली आग में डाल दें। अगले दिन होली की राख रोगी के शरीर में लगायें और तत्पश्चात गर्म जल से स्नान करायें। इस उपाय से रोगी शीघ्र ही स्वस्थ्य होने लगेगा।
* होलिका दहन के बाद उसकी थोड़ी भस्म जरूर लाएं, उसका टीका किसी महत्वपूर्ण कार्य में जाते हुए पुरुष अपने मस्तक पर और स्त्री अपने गर्दन में लगाएं, कार्यों में सफलता मिलेगी और धन संपत्ति में भी वृद्धि होगी।
* अगर किसी ने आप पर कोई टोटका किया है तो होली की रात जहां होलिका दहन हो, उस जगह एक गड्ढा खोदकर उसमें 11 अभिमंत्रित कौड़ियां दबा दें। अगले दिन कौड़ियों को निकालकर अपने घर की मिट्टी के साथ नीले कपड़े में बांधकर बहते जल में प्रवाहित कर दें। जो भी तंत्र क्रिया आप पर किसी ने की होगी वह नष्ट हो जाएगी।
* यदि कोई व्यक्ति आपका लिया हुआ धन वापिस नहीं कर रहा है, तो आप होली जलने वाले स्थान पर अनार की लकड़ी से उसका नाम लिखकर होलिका माता से अपने धन वापसी का निवेदन करते हुये उसके नाम पर हरा गुलाल छिड़क दें। इस उपाय से आपका धन मिल जायेगा।
* होली के दिन होलिका की राख ला कर उसकी स्याही बना कर लोहे की कील या सिलाई से एक साफ सफेद कागज पर अपना मुकदमा नम्बर और शत्रु का नाम लिखकर दोबारा जाकर होलिका में डाल दें और हाथ जोड़कर मन ही मन अपनी विजय के लिए प्रार्थना करें आपको अवश्य ही सफलता मिलेगी। ध्यान रहे यह क्रिया बिलकुल चुपचाप करें।