कपूर का हमारे हिन्दू धर्म में बड़ा महत्व हैं। हर पूजा में आरती के समय कपूर को जलाया जाता हैं, जिससे वातावरण के साथ ही मन-मस्तिष्क को भी लाभ पहुँचता हैं। कपूर स्वास्थ्य उपयोगों में तो फायदेमंद हां ही, इसी के साथ-साथ यह कई ज्योतिषीय उपयोगों में भी कारगर हैं जिनसे जीवन की कई समस्याओं के साथ ही घर का वास्तुदोष भी दूर होता हैं। आज हम आपको कपूर से जुड़े कुछ चमत्कारी कारगर उपाय बताने जा रहे हैं, जिनसे आपकी समस्याओं का निराकरण होगा। तो आइये जानते हैं उन उपायों के बारे में।
* धनवान बनने के लिए यदि आपके पास धन की कमी हो या धन की समस्या से झूझ रहे हों तो आप कपूर का इस्तेमाल करें। रात के समय में चांदी की कटोरी में कपूर और लौंग को जलाएं। इस टोटके को कुछ दिनों तक रोज करें। यह उपाय आपको धन से मालामाल कर देगा। पैसों की कमी भी नहीं रहेगी।
* सौभाग्य पाने के लिए आप 12 साबूदाने ले तथा उसे एक कपूर के साथ लेकर जला दे। यदि यह उपाय ब्रहस्पतिवार के दिन किया जाए तो यह अत्यधिक शुभ माना जाता है।
* ग्रह शांति के लिए यदि किसी को पितृ दोष है या उसकी कुंडली में कालसर्प दोष है तो उसकी मुक्ति के लिए कपूर जलाने से देव दोष और पितृ दोष खत्म हो जाते हैं। अगर वास्तुदोष हैं तो आप सुबह, शाम, रात प्रतिदिन घी में भिगोया हुआ कपूर जलाना चाहिए। घर के शौचालय और बाथरूम में कपूर की दो दो टिकिया रख दें। बस इतना ही उपाय काफी होता है।
* पुण्य प्राप्ति हेतु कर्पूर जलाने की परंपरा प्राचीन समय से चली आ रही है। शास्त्रों के अनुसार देवी-देवताओं के समक्ष कर्पूर जलाने से अक्षय पुण्य प्राप्त होता है। अत: प्रतिदिन सुबह और शाम घर में संध्यावंदन के समय कर्पूर (कपूर) जरूर जलाएं।
* किस्मत चमकाने के लिए जब हजार कोशिशों के बाद भी काम नहीं बनते हैं तो एैसे में कपूर आपकी किस्मत के ताले को खोल सकता है। शनिवार के दिन कपूर के तेल की बूंदों को पानी में डालें और फिर इस पानी से रोज स्नान करें। यह टोटका आपकी बंद किस्मत को खोलता है। और आपको बीमारियों से भी बचाता है।
* विवाह ना हो रहा हो तो समय पर यदि विवाह ना हो तो फिर विवाह रूकने की समस्या भी हो सकती है। यदि विवाह में किसी भी तरह की समस्या आ रही हो तो आप 6 कपूर के टुकड़े और 36 लौंग के टुकड़े लें। अब इसमें चावल और हल्दी को मिला लें। इसके पश्चात आप देवी दुर्गा को इससे आहुति दें। इस टोटके से शादी जल्दी होती है।
* मनचाही भूमि या भवन पाने के लिए यह उपाय नवरात्रि के दिन करने का है। सबसे पहले उस स्थान की थोड़ी-सी मिट्टी लाकर एक कांच की शीशी में उसे डालें। उसमें गंगा जल और कपूर डालकर उसे पूजा में जौ के ढेर पर स्थापित कर दें। नवरात्र भर उस शीशी के आगे नवार्ण मन्त्र 'ऐं हीं क्लीं चामुण्डाय विच्चे' का पांच माला जप करें और जौ में रोज गंगा जल डालें। नवमी के दिन थोड़े से अंकुरित जौ निकाल लें और ले जाकर मनचाही जगह पे डाल दें। कांच की शीशी को छोड़कर शेष सामग्री को नदी में डाल दें। देवी की कृपा हुई तो आपको मनचाहा घर मिल जाएगा।