धन संपत्ति आदि सभी संकटों से मुक्ति दिलातें है ये चमत्कारिक टोटके

मनुष्य की जिंदगी में कभी-कभी ऐसा समय आता हैं जब वह पूरी मेहनत करते हुए भी कुछ भी हासिल नहीं कर पाता। यदि आप पर ग्रह-नक्षत्रों की बुरी दशा चल रही है या आप संकटों से घिरे हैं। यह भी हो सकता है कि पिछले कई माह से आप समस्याओं से घिरे हुए हैं। एक समय आता है जब इन्सान इन सबसे परेशान होकर हताश होने लगता हैं और अपने जीवन से निराश रहने लगता हैं। एक के बाद एक संकट आते ही रहते हैं और धन संपत्ति आदि सभी संकट में है तो यहां बताए गए अचूक टोटके आजमाएं।

* हनुमानजी को चढ़ाएं चोला : 5 बार हनुमानजी को चोला चढ़ाएं, तो तुरंत ही संकटों से मुक्ति मिल जाएगी। इसके अलावा प्रति मंगलवार या शनिवार को बढ़ के पत्ते पर आटे का दीया जलाकर उसे हनुमानजी के मंदिर में रख आएं। ऐसा कम से कम 11 मंगलवार या शनिवार को करें।

* गाय, कुत्ते, चींटी और पक्षियों को भोजन खिलाएं : वृक्ष, चींटी, पक्षी, गाय, कुत्ता, कौवा, अशक्त मानव आदि प्राणियों के अन्न-जल की व्यवस्था करने से इनकी हर तरह से दुआ मिलती है। इसे वेदों के पंचयज्ञ में से एक 'वैश्वदेव यज्ञ कर्म' कहा गया है। यह सबसे बड़ा पुण्य माना गया हैं।

* मछलियों को खिलाएं : कागजों पर छोटे अक्षरों में राम-राम लिखें। अधिक से अधिक संख्या में ये नाम लिखकर सबको अलग-अलग काट लें। अब आटे की छोटी-छोटी गोलियां बनाकर एक-एक कागज उनमें लपेट लें और नदी या तालाब पर जाकर मछलियों और कछुओं को ये गोलियां खिलाएं। कछुओं और मछलियों को नित्य आटे की गोलियां खिलाएं और चीटियों को भुने हुए आटे में बूरा मिलाकर बनाई पंजीरी खिलाएं।

* जप से मिलेगी संकटों से मुक्ति : सभी तरह के बुरे काम छोड़कर प्रतिदिन राम के नाम, गायत्री मंत्र या महामृत्युंजय मंत्र का जाप शुरू कर दें। ध्यान रहे इसमें से किसी एक मंत्र का जाप ही करें। यह जप आप सुबह या शाम को मंदिर में जाकर अच्छे से बैठकर ही करें। कम से कम 43 दिनों तक लगातार इसका जाप सुबह और शाम नियम से करें। इस जाप का असर जब शुरू होगा तो संकट भी धीरे धीरे दूर होने लगेगा। उक्त जाप के दौरान झूठ न बोलें, तामसिक भोजन न करें और किसी भी प्रकार का नशा न करें अन्यथा इसके बुरे परिणाम भी हो सकते हैं। राम का नाम तो आप दिनभर जप सकते हैं। कलियुग में राम के नाम से बड़ा कोई उपाय नहीं।

* जल अर्पण : एक तांबे के लोटे में जल लें और उसमें थोड़ा-सा लाल चंदन मिला दें। उस पात्र को अपने सिरहाने रखकर रात को सो जाएं। प्रात: उठकर सबसे पहले उस जल को तुलसी के पौधे में चढ़ा दें। ऐसा कुछ दिनों तक करें। धीरे-धीरे आपकी परेशानी दूर होती जाएगी।

* श्मशान में सिक्के डाल आएं : यदि किसी की अर्थी में जाना हो जो लौटते वक्त श्मशान में कुछ सिक्के फेंकते हुए आ जाएं। पीछे पलटकर न देखें। इस उपाय से अचानक आई बाधा तुरंत ही समाप्त हो जाएगी और देवीय सहयोग मिलने लगेगा।