अगर आप भी है अपने बच्चों के जिद्दीपन से परेशान तो करें ये उपाय

आजकल के समय में हर व्यक्ति के ऊपर गुस्से को हावी होते देखा जा सकता हैं। जिसमें छोटे बच्चे भी पीछे नहीं हैं। यह गुस्से वाला और जिद्दी से भरा स्वभाव आजकल के बच्चों में आसानी से देखा जा सकता हैं। जिसके चलते उनके अभिभावक परेशान रहते हैं और कोशिश करते हैं कि किसी तरह बच्चों को समझाकर उनके गुस्से को शांत कर दिया जाये, लेकिन सब व्यर्थ दिखाई देता हैं। इसलिए आज हम आपके लिए लेकर आये हैं कुछ ज्योतिषीय उपाय जिनको अपनाकर आप अपने बच्चों के जिद्दी और गुस्सेल स्वभाव को बदल सकते हैं। तो आइये जानते हैं उन उपायों के बारे में।

* यदि बच्चे ज्यादा ही जिद करें तो उनके साथ जबरदस्ती नहीं करनी चाहिए। बस केवल उनको रोज सीधे हाथ की सूंड वाले गणेशजी का दर्शन कराएं। इस दर्शन से उनकी बुद्धि में सुधार होने लगेगा तथा धीरे-धीरे उनकी जिद करने की आदत दूर हो जाएगी।

* किसी भी शनिवार की रात सोते हुए बच्चे की चोटी से 3-4 बाल काट लें। प्रात: उसे कागज में लपेट कर जला दें। किसी भी समय चौराहे पर फैंक दें। नित्य एक चम्मच खसखस पुडिय़ा में बांधकर एक माला गायत्री मंत्र करें। उसके उपरांत खसखस को 2 चम्मच देसी घी में भून कर दूध में मिला बच्चे को पिला दें। वीरवार से प्रारंभ करके 40 दिन दें, अति लाभ होगा।

* गणेशजी को बुद्धि का प्रतीक माना जाता है। इनकी आराधना से व्यक्ति को सदबुद्धि प्राप्त होती है और स्वभाव विनम्र हो जाता है। इनके दर्शन मात्र से दर्शनार्थी की जिद करने आदत छुट जाती है और वह सभ्य इंसान बन जाता है।

* यदि आपका लाल जिद्दी हो गया हो तो उसकी यह बुरी आदत छुड़ाने के लिए हर दिन उसे मोरपंखी से हवा दे और मन ही मन उसके हठ को दूर करने की विनती करे।

* शास्त्रों के अनुसार यदि कोई बच्चा बहुत ज्यादा जिद्दी हो, छोटी – छोटी बातों पर गुस्सा हो जाता हो, माता – पिता की बात बिल्कुल न सुनता हो, जिद्द के कारण ही जमीन पर लेट जाता हो, चिडचिडापन उसके व्यवहार की मुख्य प्रवृति बन गई हो। तो इसके लिए हनुमान जी के मंदिर में शनिवार और मंगलवार को जाएँ और उनके बायें पैर का सिंदूर लेकर उसके माथे पर लागायें। हर मंगलवार और शनिवार के दिन इस प्रयोग को करने से आपका बच्चा जिद्द करना और गुस्सा करना बिल्कुल छोड़ देगा।