हनुमान जी, भगवान शिव के अवतार हैं। वे भी भगवान शिव की तरह ही भोले और जल्दी प्रसन्न होने वाले हैं और भक्तों की इच्छा पूरी करते हैं। अगर भक्ति की बात की जाये तो हनुमान जी का ही नाम सबसे ऊपर आता हैं जो कि प्रभु श्री राम के परम भक्त थे। भक्त गण जहाँ भी भगवान राम का नाम लेते हैं, वहाँ हनुमान जी का नाम भी लिया जाता है। भगवान राम के भक्त भगवान हनुमान को भी उतनी ही श्रद्धा से स्मरण करते हैं। धर्म ग्रंथों के अनुसार मंगलवार के दिन ही हनुमानजी का जन्म हुआ था। इसलिए माना जाता है कि मंगलवार के दिन हनुमानजी को शीघ्र प्रसन्न किया जा सकता हैं। तो आइये जानते हैं किस तरह हनुमान जी को प्रसन्न किया जाये।
* मंगलवार के दिन सुबह स्नान करने के बाद बड़ के पेड़ का एक पत्ता तोड़ें और इसे साफ स्वच्छ पानी से धो लें। अब इस पत्ते को कुछ देर हनुमानजी की प्रतिमा के सामने रखें और इसके बाद इस पर केसर से श्रीराम लिखें। अब इस पत्ते को अपने पर्स में रख लें। इस उपाय से आपके पर्स में बरकत बनी रहेगी। जब यह पत्ता पूरी तरह से सूख जाए तो इस पत्ते को नदी में प्रवाहित कर दें और इसी प्रकार से एक और पत्ता अभिमंत्रित कर अपने पर्स में रख लें।
* हनुमान जी को प्रसन्न करना बहुत सरल है। मंगलवार को स्नान उपरांत अपने घर के पूजा स्थान में हनुमान जी के श्री विग्रह के सामने घी का दीपक जलायें और हनुमान चालीसा का कम से कम 11 बार पाठ करें। ऐसा 11 मंगलवार नियमित रूप से करें।
* धार्मिक किताबो के द्वारा बताया गया है की हनुमान जी को लाल रंग बेहद पसंद था। वो हमेशा लाल रंग के वस्त्र धारण करते थे और सिन्दूर भी लाल रंग का हीं लगते थे। अतः उनके भक्तो को भी मंगलवार के दिन लाल रंग के वस्त्र पहना चाहिए। और हनुमान जी के श्रृंगार के समय उन्हें लाल वस्त्र हीं पहनाना चाहिए इससे वो बहुत प्रसन्न होते है।
* मंगलवार के दिन हनुमानजी को चोला चढाएं। हनुमानजी को चोला चढ़ाने से पहले स्वयं स्नान कर शुद्ध हो जाएं और साफ वस्त्र धारण करें। सिर्फ लाल रंग की धोती पहने तो और भी अच्छा रहेगा। चोला चढ़ाने के लिए चमेली के तेल का उपयोग करें। साथ ही चोला चढ़ाते समय एक दीपक हनुमानजी के सामने जला कर रख दें। दीपक में भी चमेली के तेल का ही उपयोग करें। चोला चढ़ाने के बाद हनुमानजी को गुलाब के फूल की माला पहनाएं और केवड़े का इत्र हनुमानजी की मूर्ति के दोनों कंधों पर थोड़ा-थोड़ा छिटक दें। अब एक साबूत पान का पत्ता लें और इसके ऊपर थोड़ा गुड़ व चना रख कर हनुमानजी को इसका भोग लगाएं।
* मंगलवार और शनिवार को रामायण,सुंदरकांड और हनुमान चालीसा को पढ़ने से बजरंग बलि खुश होते है और अपने भक्तो पर कृपा बनाये रहते है। हो सके तो थोडा समय निकालकर मंगलवार को मंदिर जाया करे।