सावन के शुक्रवार में किया गया ये उपाय, दूर करेगा पैसों की कमी

शुक्रवार का दिन आध्यात्मिक रूप से माता रानी का दिन माना जाता हैं। इस दिन की गई माता की भक्ति शुभ फलदायी हो सकती हैं। अभी सावन का महीना चल रहा हैं और धर्म शास्त्रों के अनुसार सावन के शुक्रवार को विशेष फलदाई माना जाता है क्योंकि यह तिथि माता पार्वती को समर्पित है। इस दिन भगवान शंकर तथा माता पार्वती के मंदिर में जाकर उन्हें भोग लगाने तथा उनकी विधि-विधान पूर्वक पूजा करने से सभी सुखों की प्राप्ति होती है। माँ पार्वती भी माँ लक्ष्मी का ही रूप हैं। इसलिए आज हम आपको सावन के शुक्रवार के दिन किस तरह माँ लक्ष्मी की पूजा की जाए वो बताने जा रहे हैं, ताकि माँ लक्ष्मी आप पर कृपा बनाए और पैसों की कमी को दूर करें।

श्रावण मास के शुक्रवार पर धन लक्ष्मी के पूजन का बड़ा महत्व है। लक्ष्मी जी को प्रसन्न करने हेतु श्रावण मास में भक्तगण अनेकों प्रकार से पूजन करते हैं। देवी लक्ष्मी किए गए विधिवत पूजन से जल्दी प्रसन्न होती हैं व प्रसन्न होकर भक्तों की इच्छा पूर्ण करती हैं। श्रावण मास के समस्त शुक्रवार व्रत करने से पूरे साल भर घर परिवार धन धान्य से भरा रहता है।

इस दिन प्रसाद के रूप में जल, दूध, दही, शहद, घी, चीनी, जनेऊ, चंदन, बिल्वगिरि, कमलगट्टा, धूप, दीप और दक्षिणा के साथ लक्ष्मी जी का पूजन किया जाता है। रात्रिकाल में घी व कपूर सहित धूप की आरती करके लक्ष्मी का गुणगान किया जाता है। सदगृहस्थ नौकरी पेशा या व्यापारी को श्रावण शुक्रवार व्रत करने से धन धान्य और लक्ष्मी की वृद्धि होती है।