हिन्दू धर्मानुसार पूजा करने का भी बहुत महत्व पाया जाता है। लेकिन पूजा करने की विधि विधान होती है। किसी भी काम को करने से पहले पूजा पाठ की जाती है जिससे की आगे चलकर समस्या न हो। इसी के साथ लोगो के मन में हर देवी देवता के प्रति अपनी श्रद्धा है जिसे वे अपने अपने तरिके से व्यक्त करते है। देवी देवताओ की पूजा के लिए विभिन्न प्रकार की मालाओ का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन हमे यह पता ही नहीं होता है की कौन से देवता को किस तरह कि माला से जाप किया जाये जिससे हमारी सम्पूर्ण इच्छाओं की पूर्ति हो पाए। तो आइये जानते है इस बारे में....
# रुद्राक्ष जिसे भगवान शिव का अंश माना जाता है। इससे शिव का जाप कर आसानी से मनोकामनाएं पूर्ण हो सकती है। शिव भगवान को प्रसन्न करने के लिए रुद्राक्ष की माला से शिव के मंत्रों का जाप करे।
# मां अम्बे की उपासना करने के लिए स्फटिक की माला से जप करना शुभ माना जाता है।
# सूर्य के दोष और उन्हें प्रसन्न करने के लिए माणिक्य, गारनेट, बिल की लकड़ी की माला का उपयोग शुभ माना गया है।
# काली का आह्वान करने के लिए काली हल्दी या नील कमल की माला का प्रयोग करना चाहिए।
# लक्ष्मीमंत्र का जाप कमलट्टे की माला से किया जाना चाहिए। वहीं तुलसी और चंदन की माला के जरिए मंत्र जाप कर आप भगवान विष्णु को प्रसन्न कर सकते हैं।
# बृहस्पति को प्रसन्न करने के लिए हल्दी या जीया पोताज की माला उपयोग कर सकते है।
# माता लक्ष्मी की उपासना, धन पाने के उद्देश्य से करना चाहते हैं तो आपको लाल रंग के रेशमी धागे वाली 30 मनकों की माला का प्रयोग करना चाहिए।