मानसिक तनाव को दूर करने के ज्योतिषीय उपाय

जैसे जैसे जीवन में भागदौड़ बढती जा रही है वैसे वैसे मस्तिष्क पर दबाव बढ़ता जा रहा है। इसी वजह से तनाव व मानसिक रोग हर व्यक्ति के जीवन का एक अभिन्न अंग बनता जा रहा है। तनाव साधारण भाषा में वो हौवा है जिससे लगभग हर कोई आजकल ग्रस्त है करियर को लेकर बच्चे आजकल समय से पहले संजीदा हो जाते है तो उन्हें भी करियर को लेकर बहुत सा तनाव होता है और लोग जो अच्छे खासे पदों पर वो भी अपनी जिंदगी से संतुष्ट नहीं है और इसीलिए वो लोग भी किसी न किसी तरह का तनाव दिमाग में लेकर चलते है। विशेषकर युवावस्था के बाद पारिवारिक, सामाजिक, आर्थिक दबाव काफी बढ़ जाता है। इन दबाव और मानसिक चिन्ताओं का हमारे मन, मस्तिष्क पर बहुत प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। यहाँ पर हम कुछ ऐसे उपाय बता रहे है जिनको करके निश्चित रूप से दबाव, चिन्ताओं को दूर किया जा सकता है। आइये जानते हैं उन उपायों के बारे में।

* यदि आप किसी वजह से मानसिक तनाव में रहते हैं अथवा किसी अज्ञात भय से पीड़ित हैं, अपने आपको असुरक्षित महसूस करते हैं तो उसके लिए 11 बुधवार लगातार 1 नारियल नीले वस्त्र में लपेटकर किसी भिखारी को दान करें।

* जैसे ही टेंसन हो एक लोटे में या जग में पानी लेकर उसके अन्दर चार लालमिर्च के बीज डालकर अपने ऊपर सात बार उबारा (उसारा) करने के बाद घर के बाहर सडक पर फेंक दीजिये, फौरन आराम मिल जायेगा।

* रोज हनुमान जी का पूजन करे व हनुमान चालीसा का पाठ करें ! प्रत्येक शनिवार को शनि को तेल चढायें ! अपनी पहनी हुई एक जोडी चप्पल किसी गरीब को एक बार दान करें।

* भय, चिन्ताओं और मानसिक परिशानियों को दूर करने के लिए कपूर का एक छोटा सा उपाय अवश्य ही करें। आप जिस कमरे में सोते हों, उस कमरे में कपूर का एक लैंप जलाएं। अगर घर पर कपूर का लैम्प ना हो तो वैसे ही किसी भी दीये अथवा बर्तन में कपूर जला दिया करें, इससे समस्त भय दूर होते है, परेशानियों से छुटकारा मिलता है, पिछले जन्म के पाप कट जाते हैं और परिस्थितियां अनुकूल होने लगती हैं।

* मानसिक तनाव होने पर सोमवार और पूर्णिमा की रात्री को चावल, दूध, मिश्री, चंदन लकडी, चीनी, खीर, सफेद वस्त्र, 1 जोड़ा जनेऊ, चांदी आदि वस्तुओं का दान करने से लाभ मिलता है।
* मानसिक तनाव होने पर आप हर दिन अंगूठे और पहली उंगली यानी इंडैक्स फिंगर के पोरों को आपस में जोडऩे पर ज्ञान मुद्रा बनती है। इस मुद्रा को रोज दस मिनट करने से मस्तिष्क की दुर्बलता समाप्त हो जाती है।

* मानसिक दबाव , किसी भी तरह की चिंताओं से मुक्ति पाने के लिए नित्य प्रांत: सूर्य देव को ताम्बे के बर्तन में लाल चन्दन, अक्षत, गुड़ तथा लाल पुष्प डालकर अर्घ्य दें और उनसे अपनी परेशानियों को दूर करने के लिए प्रार्थना करें ।