बुध ग्रह सौरमंडल का सबसे छोटा ग्रह होने के साथ सूर्य के सबसे समीप भी हैं। बुध ग्रह को विद्या, वाणी, व्यवसाय, धन और बुद्धि का प्रतीक माना जाता हैं। अगर बुध ग्रह किसी कारण से रुष्ट हो जाता हैं तो इसका नुकसान व्यक्ति को भुगतना पड़ता हैं। इसलिए बुध ग्रह की शान्ति के लिए हमेशा प्रयासरत रहना चाहिए। तो आज हम आपको बताने जा रहे हैं बुध ग्रह की शांति के लिए किये जाने वाले उपायों के बारे में।
* अपने घर में तुलसी का पौधा अवश्य लगाना चाहिए तथा निरन्तर उसकी देखभाल करनी चाहिए। बुधवार के दिन तुलसी पत्र का सेवन करना चाहिए।
* भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करनी चाहिए। विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें। बुध के मूल मंत्र का सवेरे 5 घटी के अंदर पाठ करें। 9,000 या 16,000 पाठ 40 दिन में करें।
* ज्योतिष के अनुसार किन्नर, बुध ग्रह के प्रतीक होते हैं। इन्हें प्रसन्न कर बुध ग्रह को शांत किया जा सकता है। इन्हें दिए जाने वाले दान का संबंध स्वयं बुध ग्रह की प्रसन्नता से है।
* बुध ग्रह की शांति के लिए हरा वस्त्र, हरी सब्जी, हरे मूंग की दाल एवं हरे रंग की वस्तुओं दान करना चाहिए।
* बुध से पीड़ित व्यक्ति को सप्त बुधवार तक चावल, शहद, सरसों के दाने जो सफ़ेद हो, गोबर व गोरोचन, और नवरी मल्वत को मिश्रित करके नहाना चाहिए।
* नित्य भगवान शालिग्राम का पूजन करें, तुलसी दलपत्र अवश्य अर्पित करें व बुध-मंत्र का जप करें, प्रसाद रूप में उस तुलसी के पत्ते को ग्रहण करें, ऐसा करने से चमत्कारी लाभ होगा।
* बुध ग्रह शांति के लिए गाय को हरी घास खिलाना काफी उत्तम है । कन्या भूर्ण हत्या करने वाले पर बुध ग्रह भारी हो जाता है।
* अपनी बुद्धि को ताकत देने के लिए बुध यन्त्र को पन्ना में जाडवा कर पहनने से लाभ मिलता है।
* साबुत मूंग के दाने ग्यारह बुधवार तक एक मुटठी में भरके भीख मांगने वालो या अपाहिजों को दान करे।
* ग्यारह बुधवार, ब्राह्मण को दूध दान में देना व बुध स्त्रोत का पाठ करना।
* छोटी कन्या, बहन, बुआ आदि को सम्मान दे ,सेवा व आदर करे तब उनकी दुआ से ही बुध जनित दोष शांत हो जाते है।
* ऐसे जातको को जो ज्यादा पूजा पाठ नहीं कर सकते बुध शांति के लिए माँ दुर्गा के शक्ति पीठों की तीर्थ यात्रा करने से लाभ मिलता है और बुधवार के दिन छोटी कन्याओं को खट्टी मीठी गोलियाँ दिला देने से बुद्ध प्रसन्न होते है।