आर्थिक तंगी जरूरी नहीं कि गरीबी के हालात में ही हों, कई ऐसे परिवार भी होते हैं जहां आय के अच्छे और कई स्रोत होने के बावजूद वहां धन से जुड़ी परेशानियां लगी ही रहती हैं। अक्सर ऐसे घरों में किसी ना किसी प्रकार का अनायास खर्च आता रहता है या अचानक कोई ऐसी ऐसी विपदा आती है कि इनका जमा किया धन उसमें खर्च हो जाता है। यदि आप धन संबंधी या घर-परिवार संबंधी किसी परेशानी का सामना कर रहे हैं तो शास्त्रों के अनुसार बताए गए आटे के चमत्कारी उपाय अवश्य करें। इन उपायों से आपकी सभी समस्याएं खत्म हो जाएंगी। ये उपाय बहुत ही सरल हैं। यदि आप जल्दी शुभ फल पाना चाहते हैं तो किसी भी शुभ मुहूर्त में ये उपाय किए जा सकते हैं। आइये एक नजर डालते हैं इन उपायों पर।
* शनिवार को चक्की में आटा पिसवाएं और पिसवाने से पहले इसमें 100 ग्राम काले चने, 100 ग्राम तुलसी, 2 दाने केसर के डाल दें। इसके अलावा कोशिश करें कि चक्की का पिसवाया हुआ आटा ही घर के सभी सदस्य इस्तेमाल करें और इसे शनिवार को ही पिसवाएं। इस उपाय से बहुत जल्दी ही आर्थिक तंगी दूर होगी और घनागमन के नए स्रोत खुलेंगे। इसके अलावा इससे सदस्यों के बीच कलह और मनमुटाव की स्थिति भी खत्म होती है और घर में खुशहाली आती है।
* प्रात: काल ब्रह्म मुहूर्त में उठकर नित्य कर्मों से निवृत्त हो जाएं। इसके बाद पूरी तरह पवित्र होकर सूर्य को जल अर्पित करें। सूर्य को जल चढ़ाने के बाद घर के मंदिर में या किसी अन्य शिव मंदिर जाएं। अपने साथ गेहूं का आटे और पानी भी ले जाएं। मंदिर में पहुंचकर आटे में पानी मिलाकर 11 छोटे-छोटे शिवलिंग बनाएं। आटे के सभी 11 शिवलिंग की विधिवत पूजा करें। जब शिवलिंग की पूजा हो जाएं, तब इन्हें नदी में या तालाब या कुएं में विसर्जित कर दें। तालाब या नदी में ऐसी जगह इन 11 शिवलिंग को विसर्जित करें, जहां मछलियां हों। इस उपाय से भक्त के लिए धन प्राप्ति के काफी योग बनेंगे।
* गेहूं के आटे में थोड़ी सी हल्दी मिलाकर बृहस्पतिवार को गाय को खिलाएं। इससे घर की नकारात्मक ऊर्जा खत्म होकर जल्द ही धन का आगमन होगा। अगर घर में पैसा नहीं रुकता तो इससे वह भी ठीक हो जाएगा। इसके अलावा प्रतिदिन चींटियों को आटा देना भी लाभकारी होता है।
* सुबह-सुबह जब भी रोटियां बनाई जाएं, उस समय पहली रोटी के चार बराबर भाग कर लें। इनमें से एक भाग गाय को दें, दूसरा भाग काले कुत्ते को देना है, तीसरा भाग कौओं के लिए निकालना है और चौथा भाग घर के पास किसी चौराहे पर रखकर आना है। ऐसा प्रतिदिन करें। विशेष मुहूर्त या पर्व-त्योहार पर तो यह उपाय अनिवार्य रूप से करें।