मां‍गलिक दोष से घबरायें नही करें ये ज्योतिषीय उपाय, मिलेगा फायदा

आपने कई लोगों को कहते सुना होगा की वो लड़का या लड़की मांगलिक हैं, उसकी शादी में दिक्कत आयेगी। ज्योतिष के अनुसार ऐसा होता है मंगल ग्रह के कारण। अगर किसी की कुंडली में मंगल की महादशा चल रही होती हैं तो मांगलिक दोष उत्पन्न हो जाता हैं। लेकिन इसमें फिक्र करने की कोई दिक्कत नहीं है कुछ सरल ज्योतिषीय उपायों से इसका निवारण किया जा सकता हैं। तो आइये जानते हैं इन उपायों के बारे में।

* यदि जन्मकुंडली में मंगल दोष हो किन्तु शनि मंगल पर दृष्टिपात करे तो मंगल दोष का परिहार हो जाता है। मकर लग्न में मकर राशि का मंगल व सप्तम स्थान में कर्क राशि का चंद्र हो तो मंगल दोष नहीं रहता है।

* सबसे बेहतर उपाय यह है की मांगलिक स्त्री और पुरुष का यदि विवाह कर दिया जाए तो मंगल दोष दूर हो जाता है.

* हर मंगलवार को हनुमानजी का व्रत रखने से मंगल दोष के प्रभाव को काफी हद तक कम किया जा सकता है.

* मंगल वार के दिन हनुमान चालीसा का उच्चारण करने से भी मंगल गृह शांत होता है.

* मंगल दोष से पीड़ित जातक को छोटे भाई बहनों का ख्याल रखना चाहिए। धर्म शास्त्रों के अनुसार मंगलवार के दिन हनुमानजी के चरण से सिन्दूर ले कर उसका टीका माथे पर लगाने से हनुमान मंगल दोष को नष्ट कर देते हैं।

* यदि मांगलिक मंगलवार के दिन पैदा होता है तो उसका मंगल दोष समाप्त हो जाता है.

* ऐसा भी कहा जाता है की मंगल दोष का प्रभाव 28 साल की उम्र के बाद समाप्त हो जाता है इसलिए मांगलिक व्यक्ति को 28 के बाद ही विवाह करना चाहिए. लेकिन यदि किसी की जनम कुंडली में मंगल गृह की स्तिथि आठवें घर में है तो ऐसे व्यक्ति को 36 साल के बाद विवाह करना चाहिए.

* आप मंगल दोष निवारण के लिए मंगल कवचम और मंगल उपासना जैसी पूजा किसी दक्ष पंडित से करवाकर भी मंगल के बुरे प्रभाव को दूर कर सकते हैं.

* मांगलिक दोष से मुक्ति पाने का एक और रामबाण उपाय है और वो है कुम्भ विवाह जिसमें मांगलिक कन्या की शादी पीपलके पेड़, विष्णु देव की मूर्ति, मिटटी के घड़े या फिर केले के पेड़ के साथ करवाई जाती है. इस विवाह के पश्चात् लड़की का मंगल दोध दूर हो जाता है और फिर वह साधारण पुरुष से शादी कर सकती है