अगर भाग्य नहीं दे रहा आपका साथ तो करें ये उपाय

दुनिया में शायद ही ऐसा कोई व्यक्ति होगा जो नहीं चाहता होगा कि उसका भाग्य उज्जवल हो और वह सफलताएँ पाकर नए आयाम हासिल करें। अपने भाग्य को चमकाने के लिए हर इंसान बहुत मेहनत करता हैं, लेकिन कुछ ही की मेहनत रंग लाती हैं और कुछ को हताश होना पड़ता हैं। हताश होने से बचने और अपना भाग्य चमकाने के लिए हम बताने जा रहे हैं आपको कुछ ज्योतिषीय उपाय जिनको अपनाकर आप अपना भविष्य उज्ज्वल करने का मार्ग बना सकते हैं। तो आइये जनते हैं उन उपायों के बारे में।

* पीतल के बर्तन में पानी रखें : ज्योतिष शास्त्र के अनुसार रात को सोने से पहले पीतल के बर्तन में पानी भरकर उसे अपने सिरहाने टेबल पर रखें। सुबह इसी पानी को पेड़ में डालने से आपकी किस्मत चमकेगी।

* सुबह जब घर में भोजन बने तो सबसे पहलेवाली रोटी अन्य रोटियों से थोड़ी बड़ी बनायें और इसे अलग निकाल लें। इस रोटी के चार बराबर टुकड़े कर लें और इन चारों पर कुछ मीठा जैसे – खीर, गुड़ या शक्कर रख दें। सबसे पहले एक टुकड़ा गाय को खिला दें, सरा टुकड़ा कुत्ते को खिला दें, तीसरे भाग को कौओं को खिला दें, अब रोटी का अंतिम टुकड़ा एवं कुछ अन्न घर पर आये किसी भिक्षु को दे दें। यह छोटा-सा उपाय रोज करने से आपको औदार्य सुख (उदारता का सुख) मिलेगा और आपकी किस्मत कुछ ही दिनों में बदल जायेगी।

* किसी भी तालाब, झील या नदी में मछलियों को नित्य जाकर आटे की गोलियां खिलाएं। मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने का यह बहुत ही अचूक उपाय है। नियमित रूप से जो यह उपाय करता है, कुछ ही दिनों में उसकी किस्मत चमक जाती है।

* घर में स्थापित देवी-देवताओं को रोज ताजे फूलों से श्रृंगारित करना चाहिए। घर में स्थापित देवी-देवताओं को फूल आदि अर्पित करने से वे प्रसन्न होते हैं व साधक का भाग्य चमका देते हैं।

* ध्यान रहे कि जब भी आप घर में प्रवेश करें तो कभी खाली हाथ न जाएं। घर में हमेशा कुछ न कुछ लेकर ही प्रवेश करें, चाहे वह पेड़ का पत्ता ही क्यों न हो।

* जब भी सुबह उठें तो सबसे पहले दोनों हाथों की हथेलियों को कुछ क्षण देखकर चेहरे पर तीन-चार बार फेरें और ईश्वर को नमस्कार करें। इसका कारण है कि हथेली के अग्र भाग में मां लक्ष्मी, मध्य भाग में मां सरस्वती व मूल भाग (मणि बंध) में भगवान विष्णु का स्थान होता है। नित्य यह कर्म करने से जातक का भाग्य चमक उठता है।

* वैदिक ग्रंथों के अनुसार घर में बन रहे भोजन में से पशु (गौ माता) का हिस्सा भी अलग से रखें। वर्तमान में भोजन के लिए बनाई जा रही रोटी को गाय या किसी पशु के लिए निकाल लें और उसे खिलाएं। गौमाता धरती पर ईश्वर का वरदान मानी जाती है। ऐसा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं