लड़की की शादी में आ रही बाधा को दूर करेंगे ये उपाय

जीवन को सुचारु रूप से चलाने के लिए यह जरूरी है कि शिक्षा-दीक्षा नौकरी व्यवसाय के साथ-साथ विवाह भी समय पर हो। विवाह हेतु सही उम्र की विवेचना समय-समय पर बदलती रहती हैं। पुराने जमाने में कन्याएँ अत्यंत छोटी उम्र में ब्याह दी जातीं थीं। लेकिन आज के समय में शादी विवाह में कई दिक्कतें आने लगी हैं।

जन्मकुंडली में कई ऐसे योग होते हैं जिनकी वजह से कोई भी स्त्री विवाह की खुशी से वंचित रह सकती है। कई बार ये रूकावट बाहरी बाधाओं की वजह से भी आती हैं। उम्र लगातार बढती जाती है और लाख प्रयास के बाद भी रिश्ते बन नहीं पाते हैं या मनचाहे रिश्तों का तो जैसे आकाल ही पड़ जाता है इस प्रकार की स्थिति होने पर शीघ्र विवाह के उपाय करने में समझदारी रहती है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं लड़की के शीघ्र विवाह हेतु करने वाले उपायों के बारे में।

* शीघ्र विवाह के लिए सोमवार को 1200 ग्राम चने की दाल व सवा लीटर कच्चे दूध का दान करें। यह प्रयोग तब तक करते रहना है जब तक कि विवाह न हो जाय|

* यदि विवाह प्रस्ताव नहीं प्राप्त हो रहे तो पिता को चाहिए कि कन्या को गुरूवार को पीला वस्त्र एवं शुक्रवार को सफेद वस्त्र पहनावें। ये वस्त्र नये हो शीघ्र फल मिलेगा। यदि 4 सप्ताह तक यह प्रयोग किया जावे तो अच्छे विवाह प्रस्ताव प्राप्त होने लग जावेगें। अतः किसी वस्त्र को दोबारा नहीं पहनाना चाहिए।

* यदि कन्या की शादी में कोई रूकावट आ रही हो तो पूजा वाले 5 नारियल लें। भगवान शिव की मूर्ती या फोटो के आगे रख कर “ऊं श्रीं वर प्रदाय श्री नामः” मंत्र का पांच माला जाप करें फिर वो पांचों नारियल शिव जी के मंदिर में चढा दें। विवाह की बाधायें अपने आप दूर होती जांयगी।

* यदि कन्या की शादी में कोई रूकावट आ रही हो तो पूजा वाले 5 नारियल लें ! भगवान शिव की मूर्ती या फोटो के आगे रख कर “ऊं श्रीं वर प्रदाय श्री नामः” मंत्र का पांच माला जाप करें फिर वो पांचों नारियल शिव जी के मंदिर में चढा दें। विवाह की बाधायें अपने आप दूर होती जांयगी।

* किसी रिश्तेदार की लड़की की शादी में जाएं तो मेहंदी की रस्म में जरूर शामिल होना चाहिए। खासकर लड़कियों को दुल्हन के हाथों से थोड़ी-सी मेहंदी लगवा लेना चाहिए। यह बेहद शुभ माना गया है। इससे जल्द विवाह हो जाता है।

* विवाह योग्य कन्या को प्रत्येक गुरुवार को नहाने वाले पानी में एक चुटकी हल्दी डालकर स्नान करना चाहिए। केशर का उपयोग किया जा सकता है।

* यदि कन्या के विवाह प्रस्ताव सगाई तय होने के अन्तिम चरण में पहुँचकर टूट जाते हैं तो माता-पिता को यह प्रयास करना चाहिए कि जिस कक्ष में बैठकर सगाई/शादी के सम्बन्ध में वार्ता की जावे उसमें वह अपने जूते चप्पल उतार कर प्रवेश करें। जूते चप्पल कक्ष से बाहर द्वार के बायीं ओर और उतारे।