घर में अशांति और कलह लाता है सास-बहु का झगड़ा, करें ये उपाय

भारत में शादी दो व्यक्तियों का नहीं अपितु दो परिवारों का मेल होता हैं। जहां शादी के बाद लड़की अपने ससुराल आकर बहु का दर्जा पाती हैं। बहु की जिम्मेदारी होती है सभी रिश्तों में सामंजस्य बिठाते हुए सुख-शांति से निर्वाह करना। इन सभी रिश्तों में सबसे अहम रिश्ता होता है सास-बहु का जिसमें सबसे ज्यादा विवाद उत्पन्न होते हैं। जिस घर में सास-बहु के बीच नहीं बन पाती, उस घर में अशांति और कलह का वातावरण बना रहता हैं। अगर आपके घर में भी सास-बहु के बीच नहीं बनती तो आप हमारे द्वारा बताये जाने वाले ज्योतिषीय उपायों को अपनाकर सब कुछ ठीक कर सकते हैं। तो आइये जानते हैं उन ज्योतिषीय उपायों के बारे में...

* सास व बहू में आपसी संबंध में कटुता होने पर बहू या सास दोनों में कोई भी चांदी का चौकोर टुकड़ा अपने पास रखें, और ईश्वर से अपनी सास / बहु से सम्बन्ध अच्छे रहने की प्रार्थना करे। इससे दोनों के बीच में सम्बन्ध प्रगाढ़ होते है।

* सास बहु में अच्छे सम्बन्ध बनाने के लिए दोनों की एक साथ में हँसती मुस्कुराती तस्वीर को खूबसूरत फ्रेम में लगवा ले। फिर इसे घर के नैत्रत्य कोण अथवा पश्चिम दिशा में लगा ले , दोनों के बीच में कभी भी मतभेद नहीं होंगे, आपस में प्रेम बना रहेगा।

* सास-बहू के बीच सदैव झगड़े रहते हों तो बहू मां दुर्गा या मां गौरी को सुनहरे लाल रंग की साड़ी अर्पित करें। उसके बाद उस साड़ी को अपनी सास को भेंट करें। ऐसा करके सास भी बहू को साड़ी भेंट कर सकती है। इससे सास-बहू के बीच झगड़ों में कमी आएगी।

* डाइनिंग रूम और घर के अन्य स्थान पर भोजन करने की बजाय यदि रसोईघर में किया जाए तो पारिवारिक सदस्यों पर राहू का असर कम होता है। इससे घर में शांति अौर सुख-समृद्धि में बढ़ौतरी होती है।

* सास या बहु में जो भी कोई सम्बन्ध सुधारने को इच्छुक हो वह शुक्ल पक्ष के प्रथम बृहस्पतिवार से माथे पर हल्दी या केसर की बिंदी लगाना शुरू करें।

* यदि घर में सास बहु के मध्य टकराव रहता है तो मंगलवार को सूजी का हलवा बनाकर उसको मंदिर के बाहर बैठे गरीबों में बाँटना चाहिए। इससे सास बहु के मध्य सम्बन्ध मधुर होते है।

* अगर रसोई में दोष है तो उसके आग्नेय कोण में एक लाल रंग का बल्ब लगा दें , इसके अतिरिक्त अगर रसोई घर आग्नेय दिशा के स्थान पर किसी और दिशा में बनी हो तो उसकी दक्षिण और आग्नेय दिशा की दीवार को लाल रंग से रंगकर कर उसका दोष दूर किया जा सकता हैं।