भारतीय संस्कृति में ऐसी कई बातें हैं जो हमें हमारे बुजुर्गों से सुनने को मिलाती हैं। हांलाकि की ये सुनने में अजीब लगती हैं लेकिन कहीं ना कहीं इनका वास्तविकता से संबंध होता हैं। आज की युवा पीढ़ी चाहे इसे अंधविश्वास मानती हो, लेकिन पुराने समय के लोग आज भी इन बातों का संबंध मानते हैं। इन्हीं में से एक हैं बिल्ली से जुड़े शगुन-अपशगुन। बीली से जुडी कई मान्यताएं है जो आज हम आपको बताने जा रहे हैं। तो आइये जानते हैं बिल्ली से जुड़े शगुन-अपशगुन के बारे में।
* नारद पुराण के अनुसार यदि बिल्ली बार-बार घर में आ रही है तो यह किसी बड़ी अशुभ घटना होने का संकेत है। नारद पुराण के अनुसार बिल्ली नकारात्मक ऊर्जा की तरफ आकर्षित होती है और ऐसी ऊर्जा अनिष्ट का ही कारण बनती है। इसी वजह से बिल्ली का तंत्र-मंत्र में भी प्रयोग किया जाता है। बताया गया है कि जहां-जहां बिल्ली जाती वहां सकारात्मक ऊर्जा की हानि होती है। यदि किसी घर में बिल्ली बार-बार आती है तो उस घर में रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव बना रहता है।
* कहते हैं अगर बिल्ली आपका रास्ता काट जाए तो आपके साथ कुछ बुरा होता है। और आप जिस काम के लिए जा रहे होते हैं वो असफल होता हैं।
* अगर आपके घर में अचानक ही बिल्लियों का आना बढ़ गया है तो इसे सामान्य बात मानकर अनदेखी नहीं करें। यह भविष्य में होने वाली घटना का संकेत हो सकता है। इसलिए सावधान हो जाएं।
* यदि कहीं जाते समय बिल्ली के मुंह में मांस का टुकड़ा दिखाई दे तो सभी कार्य सफल हो जाते हैं।
* यदि सोए हुए व्यक्ति के पैरों को बिल्ली सूंघती है तो वह बीमार हो जाता है। अगर सिर चाटती है तो राजदंड मिलता है।
* बिल्ली के रोने की आवाज बहुत ही डरावनी होती है। निश्चित ही इसको सुनने से हमारे मन में भय और आशंका का जन्म होता है। माना जाता है कि बिल्ली अगर घर में आकर रोने लगे तो घर के किसी सदस्य की मौत होने की सूचना है या कोई अनहोनी घटना हो सकती है।
* माना जाता है कि जानवरों में सिक्स्थ सेंस अति सक्रिय होती है। बिल्लियों को भी होने वाली घटनाओं को पूर्वाभास हो जाता है। यदि पालतू बिल्ली भी बिना किसी कारण से अचानक ही घर छोड़कर चली जाए तो समझ लेना चाहिए कि घर में जल्दी ही कोई अशुभ घटना होने वाली है।
* सोए हुए व्यक्ति को लांघकर बिल्ली भाग जाए तो मृत्युसम कष्ट भोगना पड़ता है।
* बिल्ली का घर में बच्चों को जन्म देना अत्यन्त शुभ माना जाता है। मानना चाहिए कि उस घर के अच्छे दिन आ गए हैं।
* दीवाली पर बिल्ली का बच्चे सहित घर में आना साक्षात लक्ष्मी के आने का शकुन माना जाता है। उस दिन घर आई बिल्ली को यथासंभव दूध पिला कर विदा करना चाहिए।
* अगर कहीं जाते समय काली बिल्ली बाईं ओर से रास्ता काटते हुए दाईं ओर जाएं तो इसे अशुभ माना जाता है परन्तु यदि बिल्ली दाईं ओर से बाई ओर जाएं तो यह निश्चित ही शुभ संकेत है।