फाल्गुनी अमावस्या : इन 5 कार्यों से मिलेगी हर संकट से मुक्ति

ज्योतिष के लिहाज से अमावस्या का बहुत महत्वपूर्ण बताया गया हैं। साल में कुल 12 अमावस्या आती हैं। जैसे कि शनि अमावस्या, हरियाली अमावस्या, दिवाली अमावस्या, सोमवती अमावस्या, भौमवती अमावस्या आदि। इन सभी अमावस्या का स्वामी पितृदेव को माना गया हैं। इस रविवार अर्थात 23 फरवरी, 2020 को साल की अंतिम अमावस्या अर्थात फाल्गुनी अमावस्या हैं। इन दिन किए गए कार्य आपको संकटों से मुक्ति दिला सकते हैं। तो आइये जानते हैं उन उपायों के बारे में जो फाल्गुनी अमावस्या पर किए जाने चाहिए।

- इस दिन संगम पर स्नान करने का महत्व है। कहते हैं कि इस दिन देवताओं का वास संगम तट पर होता है। संगम नहीं जा सकते हैं तो किसी पवित्र नदी में स्नान करें।

- इस अमावस्या को पितृदेव अर्यमा, शिव और शनिदेव का दिन माना जाता है। अत: इस दिन तीनों ही देवों की पूजा आराधना करने से संकट कटते हैं।

- इस दिन गरीबों को दान देने से पुण्य की प्राप्ति होती है।

- यदि किसी भी प्रकार की आर्थिक समस्या है तो इस दिन भगवान शंकर को खिर का भोग लगाएं।

- फाल्गुन मास की अमावस्या पर पितृ शांति और काल सर्प दोष की शांति पूजा का भी विधान है। इस दिन व्रत रखा जाता है।