सूर्य का अशुभ होना लाता हैं ये बीमारियां, इन 5 उपायों से मिलेगी राहत

ग्रहों का हमारे जीवन में तो विशेष प्रभाव होता ही हैं लेकिन इसी के साथ ही हमारे शरीर में कुछ विशेष स्थान पर भी ग्रहों का विशेष प्रभाव पड़ता हैं। जब भी व्यक्ति की कुंडली में ग्रहों की स्थिति अशुभ होती हैं तो शारीरिक पीड़ा के रूप में यह तकलीफदेह होती है। ऐसे में सूर्य की स्थिति का भी बड़ा महत्व होता हैं जिसका अशुभ होना कई बीमारियां लाता हैं। आज हम आपको इससे राहत पाने के उपाय देने जा रहे हैं। तो आइये जानते हैं इसके बारे में।

सूर्य के अशुभ होने से बीमारी

- दिमाग समेत शरीर का दायां भाग सूर्य से प्रभावित होता है।
- सूर्य के अशुभ होने पर शरीर में अकड़न आ जाती है।
- मुंह में थूक बना रहता है। मुंह और दांतों में तकलीफ हो जाती है।
- दिल का रोग हो जाता है, जैसे धड़कन का कम-ज्यादा होना।
- सिरदर्द बना रहता है। व्यक्ति अपना विवेक खो बैठता है।
- बेहोशी का रोग हो जाता है।

इन उपायों से दूर करें सूर्य की अशुभता

- प्रतिदिन सूर्य को अर्घ्य देना चाहिए।
- रविवार का व्रत रखना चाहिए। पिता का सम्मान करें।
- मुंह में थोड़ासा गुड़ डालकर ऊपर से पानी पीकर ही घर से निकलें।
- सोना, गेहूं, गुड़ या तांबे का दान करना चाहिए या बहते पानी में गुड़ प्रवाहित करें।
- कुंडली में सूर्य जिस भाव में अशुभ होकर स्थित हो उस भाव और ग्रह अनुसार उपाय करें।
- इसके अलावा घर की पूर्व दिशा वास्तुशास्त्र अनुसार ठीक करें।
- आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें, गायत्री मंत्र का जाप करें या ॐ रं रवये नमः या ॐ घृणी सूर्याय नमः 108 बार (1 माला) जाप करें।