अक्षय तृतीया 2020 : गोमती चक्र के इन 4 उपायों से दुर्भाग्य का होगा अंत

हर साल वैशाख शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया के पावन पर्व के रूप में मनाया जाता हैं जो कि इस बार 26 अप्रैल, रविवार को हैं। शास्त्रों में इस दिन की महत्ता बहुत बताई गई हैं और किसी भी शुभ काम के लिए यह दिन बेहद ही शुभ माना जाता है। ऐसे में आज हम आपको लिए गोमती चक्र के कुछ ऐसे उपाय लेकर आए हैं जो अक्षय तृतीया के दिन किए जाए तो दुर्भाग्य का अंत होकर तुरंत भाग्योदय होता हैं। तो आइये जानते हैं इन उपायों के बारे में।

सुख शांति

11 गोमती चक्रों को लाल रेशमी वस्त्र में बांधकर चांदी की डिब्बी में रखकर पूजा स्थान में रखने से घर में सदैव सुख-शांति का वातावरण बना रहता है।

व्यापारिक लाभ

27 गोमती चक्रों को पीले या लाल रेशमी वस्त्र में बांधकर अपने प्रतिष्ठान के मुख्य द्वार पर बांधने से व्यापार में आशातीत लाभ होता है।

कर्मक्षेत्र

यदि कर्मक्षेत्र में बाधाएं आ रही हों या पदोन्नति में रुकावट हो तो 'अक्षय-तृतीया' के दिन शिवालय में शिवलिंग पर 13 गोमती चक्र अपनी मनोकामना का स्मरण करते हुए अर्पित करने लाभ होता है।

भाग्योदय

भाग्योदय हेतु 'अक्षय-तृतीया' के दिन प्रात:काल उठते ही सर्वप्रथम 11 गोमती चक्रों को पीसकर उनका चूर्ण बना लें, फिर इस चूर्ण को अपने घर के मुख्य द्वार के सामने अपने ईष्ट देव का स्मरण करते हुए बिखेर दें। इस प्रयोग से कुछ ही दिनों में साधक का दुर्भाग्य समाप्त होकर भाग्योदय होता है।