अक्षय तृतीया पर करें ये 6 उपाय, मां लक्ष्मी की कृपा से मिलती हैं धन-संपदा

आज वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया हैं जिसे अक्षय तृतीया के नाम से जाना जाता है। शास्त्रों में अक्षय तृतीया का बहुत महत्व माना जाता हैं जिस दिन किए गए पुण्य का बहुत लाभ मिलता हैं। यह दिन मां लक्ष्मी को समर्पित माना जाता हैं जिनके आशीर्वाद से अक्षय पुण्य की पप्र्ती होती हैं और नवग्रहों की दशा सुधारने में मदद मिलती हैं। आज इस कड़ी में हम आपको अक्षय तृतीया पर किए जाने वाले कुछ ऐसे उपायों की जानकारी देने जा रहे हैं जो मां लक्ष्मी की कृपा से धन-संपदा की प्राप्ति करवाते हैं और जीवन से कंगाली दूर करते हैं। तो आइये जानते हैं इन उपायों के बारे में।

कनकधारा स्‍त्रोत का पाठ

कनकधारा स्‍त्रोत का पाठ मुख्‍य रूप से मां लक्ष्‍मी को प्रसन्‍न करने के लिए किया जाता है। अक्षय तृतीया की तिथि मां लक्ष्‍मी की पूजा के लिए सबसे उत्‍तम मानी गई। मान्‍यता है कि इस दिन कनकधारा स्‍त्रोत का पाठ करने से हमें अक्षय फल की प्राप्ति होती है और हमारे धन में अक्षय वृद्धि होती है।

विष्णु सहस्रनाम का पाठ

अक्षय तृतीया वैशाख मास के शुक्‍ल पक्ष की तृतीया को मनाई जाती है और पौराणिक मान्‍यताओं में वैशाख मास में भगवान विष्‍णु की पूजा का सर्वाधिक महत्‍व होता है। अक्षय तृतीया के दिन भगवान विष्‍णु की प्रतिमा को पंचामृत से स्‍नान करवाएं और उसके बाद विधि विधान से पूजा करके घी का दीया जलाकर विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें। ऐसा करने से आपको धन में वृद्धि प्राप्‍त होगी और सभी कार्य बिना बाधा के पूर्ण होते हैं।

परशुराम और हयग्रीव की पूजा

अक्षय तृतीया के दिन ही भगवान विष्‍णु के 3 प्रमुख अवतारों का प्राकट्य हुआ था। इनमें परशुराम, हयग्रीव और नर-नारायण शामिल हैं। इस वजह से भी अक्षय तृतीया को बेहद शुभ और अबूझ मुहूर्त के तौर पर देखा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु सहित परशुराम और हयग्रीव की पूजा करें, इन्हें ककड़ी और भिगोए चने अर्पित करें और दान-पुण्‍य करें।

नारियल का उपाय

मां लक्ष्‍मी का प्रिय फल नारियल माना जाता है और अक्षय तृतीया के दिन नारियल अर्पित करना बेहद शुभ माना जाता है। इस दिन मां लक्ष्‍मी को एकाक्षी नारियल अर्पित करें। इसके अलावा अक्षय तृतीया के दिन आप चाहें तो घर के पूजा स्‍थल में श्री यंत्र भी स्‍थापित कर सकते हैं। अक्षय तृतीया के दिन श्री यंत्र स्‍थापित करने से आपको विशेष फल की प्राप्ति होगी और घर में सुख समृद्धि आएगी। श्रीयंत्र की रोजाना पूजा करें। आप चाहें इस दिन मां लक्ष्‍मी के चरण लाकर भी अपने पूजाघर में स्‍थापित कर सकते हैं। चांदी के चरण लाकर मंदिर के उत्‍तर-पूर्व कोने में रखने से मां लक्ष्‍मी का वास आपके घर में बना रहता है।

जौ का उपाय

अक्षय तृतीया के दिन सोने के गहने खरीदने की परंपरा है। अगर आप सोना नहीं खरीद सकते हैं तो जौ खरीदें, इसके 3 भाग करें। एक भाग बो दें, एक भाग दान करें, एक भाग पूजा में रखें, पूजा के बाद लाल वस्त्र में लपेटकर तिजोरी या अलमारी में एक सिक्का डालकर रखें। शास्‍त्रों में जो को स्‍वर्ण के समान ही माना गया है। इस दिन जौ को खरीदने से और दान करना स्‍वर्ण दान के समान ही आपको पुण्‍य लाभ देता है।

इन वस्‍तुओं का करें दान

अक्षय तृतीया के दिन जरूरतमंदों को रोजाना में प्रयोग आने वाली वस्‍तुओं का दान करना चाहिए। इन वस्‍तुओं में आप आम, पंखा, नमक, शर्बत आदि चीजों का दान कर सकते हैं। इस दिन वस्‍त्रों का दान करना भी बेहद शुभ माना जाता है। इसके साथ ही अक्षय तृतीया के दिन आप बच्‍चों को पढ़ाई-लिखाई से जुड़ी सामग्री का भी दान कर सकते हैं।