शगुन और अपशगुन जो कौए बताते हैं

शगुन शास्त्र में कई चीजों से जुड़े शगुन-अपशगुन होते हैं, जिन्हें समाज में लोगों द्वारा माना जाता हैं। इसी शगुन-अपशगुन में कौवें भी अपना महत्व निभाते हैं। कहा जाता है कि कौवों में भविष्य से जुडी बातों को जानने की विशेष शक्ति होती हैं जिसके अनुसार लोग उसको मानकर अनुसरण करते हैं। तो आइये आज हम बताते हैं कि किस तरह से कौवें भी आने वाले समय के बारे में हमें जानकारी दे सकते हैं।

* सुबह के समय यदि कौआ उड़ता हुआ आकर पैर से स्पर्श करे। तो यह बड़ा शुभ शगुन माना जाता है। इससे जीवन में उन्नति होती है और धन लाभ भी होता है।

* सुबह सोकर उठे और देखें यदि कौआ घर पर आकर कॉव-कॉव कर रहा है तो समझे कि घर पर कोई मेहमान आने वाला है।

* दोपहर से पहले यदि पेड़ पर बैठे कौए का स्वर पूर्व या उत्तर दिशा से सुनाई दे। तो यह संकेत है कि दिन लाभप्रद रहेगा। स्त्री सुख का भी यही संकेत माना जाता है।

* कहीं जा रहे हों और रास्ते में कौआ किसी बर्तन में पानी पीते हुए दिख जाए तो यह संकेत है कि धन लाभ मिलेगा, जिस काम से जा रहे हैं उसमें सफलता मिलेगी।

* अगर कौआ मुँह में रोटी या मांस का टुकड़ा लिए नजर आये तो यह संकेत है कि आपकी कोई बड़ी इच्छा पूरी होगी।

* कौए का किसी व्यक्ति के सिर पर आकर बैठना अच्छा शगुन नहीं माना जाता है। इससे रोग एवं धन की हानि होती है।

* ऐसी मान्यता है कि यदि कौओं का झुंड घर की छत पर आकर झगड़े तो इसका मतलब है कि घर के मालिक के ऊपर कोई कष्ट आने वाला है।

* घर की छत पर आकर कौआ अगर दक्षिण की ओर मुंह करके बोले तो यह अशुभ संकेत माना जाता है। इससे घर में किसी को मृत्युतुल्य कष्ट का सामना करना पड़ता है।

* कौआ अगर शरीर पर बीट कर दे तो यह माना जाता है कि शारीरिक और मानसिक पीड़ा का सामना करना पड़ेगा।