महाभारत काल के महात्मा विदुर जिन्होनें कौरव व पांडवों को राजनीति के साथ-साथ युद्धकला का ज्ञान दिया को धर्मात्मा का अवतार बताया गया हैं और उनकी कही गई बातों को जीवन का सार भी बताया गया हैं। जी हाँ, महात्मा विदुर द्वारा जीवन से जुड़ी कई नीतियां बनाई गई थी जिसका असर व्यक्ति के आमजीवन पर भी पड़ता हैं। आज इस कड़ी में हम आपको विदुर की धन कमाने से जुड़ी नीतियों के बारे में बताने जा रहे हैं कि किस तरह कमाया हुआ धन व्यक्ति को दरिद्र बनाता हैं।
घर में नहीं रहती सुख-शांति
महात्मा विदुर ने कहा है कि जो व्यक्ति लड़ाई-झगड़ा करके या फिर दुसरों को दुख पहुंचाने के बाद कमाया गया पैसा घर ले जाते हैं तो ऐसा पैसा कभी घर में नहीं टिकता। साथ ही इस तरह के पैसे से घर में हमेशा विवाद बना रहता है। साथ ही घर में कभी सुख-शांति भी नहीं रहती। ऐसा धन कभी नहीं देता शुभ फल
जो व्यक्ति धर्म का रास्ता छोड़कर अधर्म से पैसा कमाता है अर्थात गलत कार्य करते कमाया गया पैसा हमेशा दुख देता है। इससे जीवन में कभी उन्नति नहीं होती साथ ही संतान पर गलत प्रभाव पड़ता है। ऐसा पैसा कभी घर में शुभ फल नहीं देता है।दरिद्र बना देता है ऐसा धन
दुश्मन के सामने सिर झुकाने पर अर्थात किसी ऐसे व्यक्ति से पैसे लेना, जिससे कभी आपकी बनती नहीं, जिसके बारे में आप कभी अच्छा सोचते नहीं साथ ही वह व्यक्ति भी आपको हमेशा बुरा-भला कहता रहता हो। अगर उस व्यक्ति से पैसा लिया जाए तो ऐसे घर में कभी विकास नहीं होता है। ऐसा धन धीरे-धीरे आपको दरिद्र बना देता है। साथ ही ऐसे धन से आप मानसिक तनाव में रहते हैं।