नारद पुराण के अनुसार इन चीजों का स्पर्श होता है अशुभ

दुनिया में हर व्यक्ति की ख्वाहिश होती है कि वह तरक्की करें और सफलता की ऊँचाइयों को छुए। इंसान की मेहनत और भगवान की कृपा के चलते यह काम आसान हो जाता हैं। लेकिन व्यक्ति जाने-अनजाने में कुछ ऐसी गलतियां कर बैठता हैं, जिनका व्यक्ति की सफलता पर दुष्परिणाम होता हैं। आज हम आपको नारद-पुराण से जुडी कुछ ऐसी ही बातें बताने जा रहे हैं जिसमें कुछ चीजों के स्पर्श मात्र से ही अवनति का मार्ग प्रशस्त होने लगता हैं। इसलिए इन चीजों को जाने-अनजाने में भी स्पर्श नहीं करना चाहिए। तो आइये जानते हैं नारद पुराण में वर्णित उन अस्पर्शिय अशुभ चीजों के बारे में।

* अंतिम संस्कार

जब आप किसी के अंतिम संस्कार में शामिल होते हैं तो वहां किसी अपवित्र या अशुभ चीज को छूना, जैसे मृत व्यक्ति की हड्डी या उससे जुड़ी कोई भी वस्तु आपको नकारात्मक ऊर्जा का शिकार बनाती है और आप दुर्भाग्य के साए में चले जाते हैं।

* भोजन

भोजन को कभी भी जमीन पर नहीं गिराना चाहिए और यदि वो जमीन पे गिरा हो तो ध्यान रहे कभी भी उसपे पैर न रखें। उसे हटाके डस्टबिन या पानी में बहा दें।

* कुत्ता

अगर आप किसी शुभ कार्य के लिए जा रहे हैं और जाने से पहले ही कोई कुत्ता आपको छू लेता है तो यह बहुत बुरा संकेत माना जाता है। नारद पुराण के अनुसार यह आपके जीवन में आने वाली निर्धनता और दरिद्रता का सूचक है।

* दाह संस्कार

दाह संस्कार से निकलने वाले धुओं से दूर रहना चाहिए। उसका स्पर्श होना अच्छा संयोग नहीं माना जाता है। यह दुर्भाग्य को उत्पन्न करता है। दाह संस्कार में उपयोग की जाने वाली लकड़ियों को छूना अच्छा नहीं माना जाता है। ऐसा करने से नकारात्मक शक्तियां खुद ही आपके तरफ आकर्षित हो जाती है। तभी अंतिम संस्कार के बाद स्नान किया जाता है।

* गन्दी झाड़ू

घर को साफ करते वक्त हमने देखा होगा की घर में माँ हमेशा बोलती है झाड़ू को पैर न लगाओ। क्योंकि गन्दी झाड़ू को स्पर्श करना अशुभ माना गया है।

* चटाई

चटाई से उड़कर आने वाला जल भी शरीर को अशुद्ध कर देता है। इसलिए ऐसा होने पर व्यक्ति को स्नान कर लेना चाहिए।