इस देश में सभी पहनते हैं एक समान कपडे, जानिए इससे जुड़ी रोचक बातें

By: Ankur Sat, 18 Apr 2020 3:38:17

इस देश में सभी पहनते हैं एक समान कपडे, जानिए इससे जुड़ी रोचक बातें

इस दुनिया में अनेकों देश हैं जो अपनी अलग और विशेष पहचान के लिए जाने जाते हैं। कई देशों को अपनी अनोखी संस्कृति और रहन-सहन के लिए जाना जाता हैं। आज इस कड़ी में हम आपको मेडागास्कर के बारे में बताने जा रहे हैं जो कि दुनिया का चौथा सबसे बड़ा द्वीप है। इस कड़ी में हम आपको यहां से जुड़े कई मजेदार और अनोखे तथ्यों के बारे में बताने जा रहे हैं। यह एक ऐसा देश है, जहां खास मौकों पर पुरुष हों या महिलाएं, बच्चा हो या बूढ़ा, सब एक जैसे ही कपड़े पहनते हैं, जिसे स्थानीय भाषा में 'लाम्बा' कहा जाता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि यहां शादियों में तो लोग लाम्बा पोशाक पहनते ही हैं, साथ ही साथ मृतकों के लिए भी कफन के तौर पर लाम्बा का ही इस्तेमाल होता है।

weird news,interesting facts,fourth largest island,madagascar ,अनोखी खबर, मजेदार तथ्य, चौथा सबसे बड़ा द्वीप, मेडागास्कर

दरअसल, मेडागास्कर सैकड़ों साल पहले अफ्रीका से अलग हो चुका है। यही वजह है कि इस द्वीप पर पाए जाने वाले अधिकांश पौधे और जीव-जंतु पृथ्वी पर और कहीं नहीं पाए जाते हैं। मेडागास्कर का पुराना नाम मालागासी है। इस द्वीप पर रहने वाले लोग इसे इसी नाम से जानते हैं। मेडागास्कर की लगभग 75 फीसदी जातियां स्थानिक हैं, यानी वो यहां के अलावा दुनिया में कहीं और नहीं पाई जाती हैं। इस द्वीप पर कई अजीब जंतु भी पाए जाते हैं, जिनमें टेनरेक्स (कांटों वाला चूहा), चमकीले रंगों वाले गिरगिट शामिल हैं। हालांकि यहां के कई जीव-जंतु अब विलुप्त होने की कगार पर हैं।

weird news,interesting facts,fourth largest island,madagascar ,अनोखी खबर, मजेदार तथ्य, चौथा सबसे बड़ा द्वीप, मेडागास्कर

मेडागास्कर को अक्सर 'ग्रेट रेड द्वीप' कहा जाता है, क्योंकि इसकी मिट्टी लाल है। यह मिट्टी आमतौर पर कृषि के लिए उपयुक्त नहीं होती है। द्वीप के पश्चिम और उत्तर में कुछ दिलचस्प लाइमस्टोन (चूना पत्थर) का भी निर्माण होता है, जिसे सिंगी के नाम से जाना जाता है। मेडागास्कर में सबसे पहले कौन बसा, इसको लेकर विवाद है। कुछ मानव-उत्पत्ति विज्ञानियों का मानना है कि सबसे पहले यहां पर 2000 साल पहले इंडोनेशियाई लोग बसे। यहां सबसे पहले बसने वाले लोगों में अफ्रीकन नहीं थे। वो तो काफी बाद में यहां पहुंचे। यहां पाषाण युग का कोई प्रमाण नहीं मिलता है।

हम WhatsApp पर हैं। नवीनतम समाचार अपडेट पाने के लिए हमारे चैनल से जुड़ें... https://whatsapp.com/channel/0029Va4Cm0aEquiJSIeUiN2i
lifeberrys हिंदी पर देश-विदेश की ताजा Hindi News पढ़ते हुए अपने आप को रखिए अपडेट। Viral News in Hindi के लिए क्लिक करें अजब गजब सेक्‍शन

Home | About | Contact | Disclaimer| Privacy Policy

| | |

Copyright © 2024 lifeberrys.com