कुत्तों की मदद से कोरोना महामारी पर होगा नियंत्रण, सूंघकर लगाएंगे पता
By: Ankur Thu, 16 Apr 2020 3:39:40
कारोना आज के समय में वैश्विक महामारी बनकर उभरा हैं जिसोअर नियंत्रण के लिए लॉकडाउन का सहारा लिया गया हैं। वैज्ञानिको द्वारा लगातार इस पर नियंत्रण पाने के उपायों की खोज की जा रही हैं। ऐसे में एक अनोखी खबर सामने आई हैं कि अब कुत्तों की मदद से कोरोना महामारी पर नियंत्रण किया जाएगा और कुत्ते सूंघकर इसका पता लगाएंगे। दरअसल, इंसान की तुलना में कुत्तों की सूंघने की क्षमता 10 हजार गुना तेज होती है। इतना ही नहीं, ड्रग्स और विस्फोटकों को भी कुत्ते सूंघकर पता लगाने की क्षमता रखते हैं। लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन द्वारा हुए एक रिसर्च में इस बात का पता चला है कि कुत्ते सांस से जुड़ी बीमारी को भी आसानी से पहचान कर लेते हैं। मलेरिया जैसे रोग को कुत्ते सूंघकर पता लगाने में सक्षम हैं।
इस बात का पता चलने के बाद ब्रिटेन की चैरिटेबल संस्था वैज्ञानिकों के साथ मिलकर इस चीज को पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कुत्ते कोरोना वायरस का पता लगा पाने में मददगार साबित हो सकते हैं या नहीं। संस्था ने बताया कि इसके लिए हमें कुतों को विशेष ट्रेनिंग देनी होगी और उन्होंने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन के रोग नियंत्रण प्रमुख ने बताया कि 'हमने पाया कि कुत्ते मलेरिया की सटीकता से पहचान करने में सक्षम हैं। यही नहीं, वे सांसों से जुड़ी अन्य बीमारियों का पता लगाने में भी काफी माहिर हैं। माना जा रहा है कि इसकी वजह से वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि कुत्ते कोरोना वायरस का भी पता लगा पाने में मददगार बन सकते हैं।'
वैज्ञानिकों के मुताबिक कुछ कुत्तों को कैंसर और पार्किंसंस जैसी बीमारी के शुरुआती लक्षण पहचनाने के लिए पहले से ही प्रशिक्षित किया जा चुका है। इसके बाद से लंदन का मेडिकल डिटेक्शन डॉग्स स्कूल यह पता लगाने की कोशिश कर रहा है कि क्या कुत्ते कोरोना की पहचान कर लेंगे? मेडिकल डिटेक्शन डॉग्स दावा करते हुए कहा कि सैद्धांतिक रूप से हमें यकीन है कि कोरोना वायरस का पता लगा सकते हैं। इसके लिए हमारी कोशिश यही है कि हम किसी तरह रोगियों से वायरस की गंध को सुरक्षित रूप से पकड़ कर कुत्तों के सामने पेश कर सकें।