UP-बिहार में दिखा बाढ़ का विकराल रूप, 14 जिलों में रेड अलर्ट, 4 दिनों में 120 से ज्यादा लोगों की मौत, राहत कार्य जारी
By: Pinki Mon, 30 Sept 2019 08:53:32
उत्तर प्रदेश और बिहार में बारिश का कहर जारी है। आसमान से आफत कुछ इस तरह बरसी है कि जगह-जगह पानी-पानी हो गया। सड़कें तो मानो नहर बन गई हो लोगों को शहर में भी नाव पर घूमना पड़ रहा है। पिछले चार दिनों में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 120 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई, जिनमें सबसे ज्यादा मौतें उत्तर प्रदेश में हुईं। बिहार में लगातार बारिश ने सामान्य जनजीवन को बुरी तरह से प्रभावित किया है। बिहार में अभी तक 23 लोग जान गंवा चुके हैं। अपनी राजधानी पटना के लगभग सभी क्षेत्रों में पानी भर गया है और दैनिक जरूरतों को पूरा करने के लिए लोग संघर्ष कर रहे हैं। पटना के कई इलाकों में तो 8 फीट तक पानी भर गया है, जिससे लोगों का जीना दूभर हो गया है। 1975 में पटना में जो बाढ़ आई थी ठीक वैसा ही नजारा आज राजेंद्रनगर में दिख रहा है। 1996-97 में राजेंद्रनगर में नाव चली थी, लेकिन इतना पानी किसी ने नहीं देखा था। पूरा शहर एक बड़ी झील में तब्दील हो गया है। राजेंद्र नगर और पाटलिपुत्र कॉलोनी जैसे निचले इलाकों में बाढ़ आ गई है। शहर के कई अस्पताल, दुकान, बाजार जलमग्न हो चुके हैं। यातायात बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है। जगह-जगह जलभराव की समस्या खड़ी हो गई है। राज्य के भागलपुर और कैमूर में भी बारिश से मौत की खबरें आ रही हैं। उधर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिलाधिकारियों के साथ एक विडियो कॉन्फ्रेंस के बाद संवाददाताओं से कहा, 'हम हर संभव प्रयास कर रहे हैं। मैं राज्य के लोगों से धैर्य और हिम्मत रखने की अपील करता हूं।'
बिहार के 14 जिलों में रेड अलर्ट
मौसम विभाग ने बिहार के 14 जिलों में आज बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। जिन जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया, उनमें सुपौल, अररिया, किशनगंज, बांका, समस्तीपुर, मधेपुरा, सहरसा, पूर्णिया, दरभंगा, भागलपुर, खगड़िया, कटिहार, वैशाली और मुंगेर शामिल है। जबकि पटना, गोपालगंज, शेखपुरा, चंपारण, सीवान समेत बिहार के कई जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।पटना में मंगलवार तक सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया है, साथ ही 12 ट्रेनें भी रद्द कर दी गई हैं। सिर्फ आम आदमी नहीं बल्कि नेताओं के घर भी इन दिनों किसी टापू की तरह लग रहे हैं, फिर चाहे उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी हो, राजीव प्रताप रूडी या फिर नंद किशोर यादव का घर हो।
स्कूल में फंसे 86 बच्चे
बिहार के नवादा के रजौली अनुमंडल में पड़ने वाले आंबेडकर स्कूल के 86 छात्र बाढ़ में घिर गए। अचानक स्कूल कैंपस में पानी घुस गया। छात्र और टीचर स्कूल की छत पर भागे। ग्रामीणों और प्रशासन को पता चला तो सारे लोग स्कूल के तरफ दौड़ पड़े और बच्चों को बाहर निकाला।
यूपी में चार दिन में 93 लोगों की मौत
बिहार के साथ-साथ उत्तर प्रदेश का भी बुरा हाल है, यहां पर बरसाती बाढ़ के कारण 100 से अधिक लोगों की जान चली गई है। राज्य सरकार की एक रिपोर्ट के अनुसार, रविवार को 14 लोगों की मौत हो गई। इससे पहले शनिवार को 25 और शुक्रवार को 18 लोगों की मौत हो गई थी। इससे पहले के दिनों में 36 लोगों की मौत हुई। केंद्रीय जल आयोग के अपर गंगा बेसिन संगठन, लखनऊ ने कहा कि घाघरा और शारदा नदी कई स्थानों पर सामान्य जल स्तर से ऊपर बह रही हैं। अस्पताल, घर हर जगह घुटनों तक पानी भरा है। यूपी के कई हिस्सों में बाढ़ के कारण कई लोगों की मौत पिछले तीन दिनों में ही हुई है। बाढ़ प्रभावित जिलों में गाजीपुर, चंदौली, अंबेडकरनगर, आजमगढ़, मिर्जापुर, जौनपुर, बलिया, फतेहपुर, अयोध्या और रायबरेली जैसे शहर हैं।
देश भर में बाढ़ राहत कार्य में नैशनल डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (एनडीआरएफ) और सेना की टीमें जुटी हुई हैं। अकेले बिहार में प्रभावित इलाकों में 19 टीमों को तैनात किया गया है। एनडीआरएफ की टीमें अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर प्रभावितों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा रही हैं। रविवार को एनडीआरएफ ने पटना के निचले इलाके में राहत अभियान चलाया और 235 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। अब तक बिहार में 4945 लोगों और 45 मवेशियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है।