गाड़ियों की चाबियाँ तय करती है नाईट पार्टनर
By: Priyanka Maheshwari Thu, 26 Apr 2018 6:03:45
भारतीय समाज में हर रिश्ते की ख़ास अहमियत मानी जाती हैं। खासकर कि पति-पत्नी के रिश्ते की। जो सात फेरे लेने के बाद एक-दुसरे का साथ देने का वचन देते हैं। पति-पत्नी के रिश्ते में तीसरे का आगमन किसी भी अच्छे रिश्ते को समाप्त कर सकता हैं। आपने वाइफ स्वैपिंग के बारे में तो सुना ही होगा जो कि आजकल विदेशों में बड़े जोर से चल रहा हैं। आज हम आपको वाइफ स्वैपिंग से जुड़ा एक ऐसी ही खेल बताने जा रहे हैं जो विदेशों में बड़ा खेला जा रहा हैं। तो आइये जानते हैं इसके बारे में।
वाइफ स्वैपिंग को पूरी तरह से विदेश का कल्चर माना जाता है और यह कहां से आया है इसका भी कोई सबूत अभी तक सामने नहीं आया है, पर ऐसा कहा जाता है कि सेकेंड वल्र्ड वार के बाद यह अश्लील खेल समाज में आया था।
भारत के कुछ हाई प्रोफाइल तबकों में इसको स्वीकार किया जाता है। अपने देश का समाज और संस्कृति भले ही इसको स्वीकार ना कर पाई हो पर इसको फॉलो करने वाले लोग इसको सिर्फ सेक्सुअल प्लेजर ही मानते हैं। एक लाइफ स्टाइल पोर्टल लिखता है कि अब वाइफ स्वैपिंग पार्टियां भी होने लगी हैं जो कि बड़े-बड़े होटल्स में गुप्त तरीके से होती हैं।
इन पार्टियों में सिर्फ वही कपल्स भाग ले सकते हैं जो कि वाइफ स्वैपिंग को गलत नहीं मानते हैं। ऐसा भी कहा जाता है कि पति आता तो अपनी पत्नी के साथ में है, पर जाता है हमेशा दूसरे की वाइफ के साथ। पार्टनर चूज करने के लिए एक बाउल का यूज किया जाता है, जिसमें सब लोग गाडिय़ों की चाबी रख देते हैं और उन चाबियों से एक-एक चाबी प्रत्येक वाइफ अपनी आंखें बंद कर के उठती है। जिसके पास जिस व्यक्ति की चाबी आ जाती है वह उसके साथ में स्वैप हो जाती है। इसका एक रूल यह भी होता है कि गेम के खत्म होने के बाद न तो पत्नी और न ही पति किसी प्रकार की ग्लानि रखेगा।
बता दें कि सन् 2012 में एक नेवी अफसर की पत्नी ने अपने पति और उसके सीनियर अफसर के ऊपर मेंटल हैरेसमेंट, सेक्सुअल हैरेसमेंट सहित वाइफ स्वैपिंग जैसे गंभीर आरोप लगाए थे। इस मामले में सन् 2013 में एफआईआर दर्ज हुई थी। सुप्रीम कोर्ट तक यह मामला पहुंचा था और कोर्ट ने एसआईटी के जरिये इस मामले की जांच के आदेश दिए थे। इस मामले में आरोप लगाने वाली महिला ने तत्कालीन डिफेन्स मिनिस्टर से भी इस मामले में बात की थी।