दुर्भाग्य का कारण बनती हैं भोजन के समय की गई यह भूल

By: Ankur Mundra Tue, 12 May 2020 06:26:06

दुर्भाग्य का कारण बनती हैं भोजन के समय की गई यह भूल

हर घर में बड़े-बुजुर्गों का साया होना बहुत जरूरी हैं जो कि आपको सही-गलत की राह दिखा सकें और जीवन में प्रगति दिलाने का काम करें। आपको कई बार खाना खाते समय बुर्गों ने सीख दी होगी कि खाना किस तरह खाना चाहिए या किस तरह इंसान को भोजन करना चाहिए। हम आपको बता दें की भोजन करने से जुड़े यह नियम आपके सौभाग्य से जुड़े होते हैं। आज इस कड़ी में हम आपको भोजन करने के नियमों से जुड़ी जानकारी देने जा रहे हैं। तो आइये जानते हैं भोजन के समय की गई कौनसी भूल आपके दुर्भाग्य का कारण बनती हैं।

- भोजन करने से पहले अपने गुरू, देवी-देवता या अपने पूर्वजों का ध्यान जरूर करना चाहिए और पहला टुकड़ा उनको समर्पित करना चाहिए। फिर इस टुकड़े को पशु-पंक्षियों को खिला दें। अगर आप जमीन पर बैठकर खाना खा रहे हैं तो प्लेट को हमेशा चौकी या आसन पर रखें, फिर भोजन करें। कभी भी जमीन पर प्लेट ना रखें।

- खाना कभी भी चबड़चबड़ करके नहीं खाना चाहिए। भोजन हमेशा शांति में और बिना आवाज के करना चाहिए। आवाज करके भोजन करना अपशगुन माना जाता है। साथ ही व्यक्ति रोगी भी रहता है और उस घर में कभी लक्ष्मी का वास भी नहीं होता है।

- खाना कभी भी जल्दबाजी में नहीं खाना चाहिए। जल्दबाजी में खाया गया खाना हमेशा नुकसान देता है। मान्यता है कि इस तरह भोजन प्रेतयोनि में चला जाता है, यानी भोजन शरीर को नहीं लगता है। साथ ही इससे पेट में सूजन, जलन आदि चीजों की शिकायत होने लगती हैं। इसलिए खाने को हमेशा आराम से चबाकर खाना चाहिए। इस तरह खाने से शरीर में ऊर्जा बनी रहती है।

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- भोजन का हमेशा सम्मान करना चाहिए। कभी भी बिस्तर पर बैठकर, हाथ में थाली लेकर, लेटकर या फिर खड़े होकर खाना नहीं खाना चाहिए, ऐसा करने से अन्न देवता का अपमान होता है। भोजन हमेशा बैठकर और हाथ-पैर धोकर ही करना चाहिए। इस तरह भोजन करना शुभ माना जाता है और देवताओं का आशीर्वाद बना रहता है।

- शास्त्रों के अनुसार, कभी भी भोजन की बुराई नहीं करनी चाहिए, इससे अन्न का अपमान होता है। अगर रुचि ना हो या भोजन पसंद ना हो तो अन्न को प्रणाम करके क्षमा मांग लें। शास्त्रों में कहा गया है कि भोजन करते समय बीच में नहीं उठना चाहिए। बीच में उठकर फिर भोजन करना जूठन खाना और देवी अन्नपूर्णा का अपमान माना जाता है। इससे भोजन शरीर को नहीं लगता है। यह भी ध्यान रखें कि भोजन कभी भी बर्बाद ना हो।

- अगर आप मेज और कुर्सी पर बैठकर खाना खा रहे हैं तो कभी भी पैरों को झुलाना नहीं चाहिए। ऐसा करने से अन्न का अपमान होता है और मान्यता है कि घर में नकारात्मक शक्तियों का भी वास होता है।

- वास्तु के अनुसार, हमेशा उत्तर की दिशा में मुख करके भोजन करना चाहिए। ऐसा करने से आपकी आयु बढ़ती है साथ में लक्ष्मी देवी की कृपा बनी रहती है क्योंकि उत्तर दिशा में लक्ष्मी का वास माना जाता है।

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